सूरत

एक सीट वाले संघ प्रदेश में जमने लगा चुनावी माहौल

दमण-दीव लोकसभा सीट…1 लाख,19 हजार 677 मतदाता करेंगे अपने सांसद का चुनाव

सूरतMar 20, 2019 / 06:05 pm

Sunil Mishra

एक सीट वाले संघ प्रदेश में जमने लगा चुनावी माहौल


दमण. लोकसभा की एक सीट वाला केन्द्र शासित प्रदेश दमण-दीव में भी चुनावी माहौल बनने लगा है। पान के गल्लों से लेकर मोहल्ले में लगने वाली रात्रि चौपालों में भी दमण-दीव के संभावित प्रत्याशियों और पार्टी की बातें होने लगी हैं। लोकसभा की एक सीट और मतदाताओं की संख्या कम होने के कारण इस प्रदेश में चुनावी माहौल कुछ अलग रहता है। पार्टी की ओर से चुनाव में भारी खर्चा किया जाता है। दमण-दीव में इस बार विकास कार्य और उससे प्रभावित लोग और प्रदूषण सहित अन्य स्थानीय मुद्दों पर मतदाताओं ने आपस में चर्चा शुरू कर दी है। दमण-दीव में कुल 1 लाख, 19 हजार, 677 मतदाता अपने जनप्रतिनिधि का चुनाव करेंगे।
दमण-दीव 1961 में पुर्तगीज शासन से मुक्त हुआ था। उसके बाद गोवा के साथ शामिल होकर विधानसभा सीट मिली थी। 1987 में गोवा से अलग होकर केन्द्र शासित प्रदेश बना। उस समय दमण-दीव मिलकर एक लोकसभा की सीट मिली थी। दमण-दीव में विधानसभा नहीं होने के कारण यहां सबसे बड़ा राजनीतिक पद सांसद का माना जाता है। विभिन्न समस्याओं पर सांसद का महत्वपूर्ण रोल होता है। प्रशासक के बाद सांसद का पद गरिमापूर्ण माना जाता है।
दमण से 800 किलोमीटर दूर दीव जिला है, परन्तु अभी तक जितने भी सांसद बने हंै वह दमण से ही हैं। दीव जिले में मतदाताओं की संख्या कम होने के कारण दीव के लोगों को सांसद बनने का मौका नहीं मिला। इसके साथ दमण में 2 हजार से ज्यादा उद्योग हैं। यहां के मतदाता स्थानीय राजनीति से दूर रहकर राष्ट्रीय राजनीति के अनुसार मतदान करते हंै। उनके मत भी चुनाव में प्रत्याशी को जिताने एवं हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हंै।
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