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दक्षिण गुजरात को कांग्रेस मुक्त करने की कवायद

locationसूरतPublished: Jun 11, 2020 07:59:10 pm

जिम्मेदार नेताओं को सौंपी पाला बदल की जिम्मेदारी, जो सफल होंगे, उनका बढ़ेगा कद

दक्षिण गुजरात को कांग्रेस मुक्त करने की कवायद

दक्षिण गुजरात को कांग्रेस मुक्त करने की कवायद

विनीत शर्मा

सूरत. राज्यसभा चुनाव से पहले जिस तरह गुजरात कांग्रेस में भगदड़ मची है, उसका असर अभी दक्षिण गुजरात में दिखना शायद बाकी रह गया है। पाला बदल के पहले दौर में एक विधायक को अपने खेमे में करने के बाद भाजपा ने बाकी चार विधायकों पर भी डोरे डालने शुरू कर दिए हैं। जिन जिम्मेदार नेताओं को यह जिम्मा सौंपा गया है, वे मिशन में जुट गए हैं। माना जा रहा है कि जो अपने मिशन में कामयाब होगा पार्टी में उसका कद बढऩा तय है।
विधानसभा चुनाव 2917 में कांग्रेस को दक्षिण गुजरात से छह सीटें मिली थीं। बीते दो वर्ष में यदा-कदा हुए प्रदर्शनों को छोड़ दें तो कांग्रेस दक्षिण गुजरात में भाजपा के लिए कभी बड़ी मुश्किल बनकर सामने नहीं आई। राज्यसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस खेमे से एक विधायक ने पाला बदल लिया है। इसके बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों पक्षों की ओर से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस जहां अपने कुनबे को बचाए रखने की जुगत में है, भाजपा दक्षिण गुजरात को कांग्रेस मु़क्त बनाने के सपने देखने लगी है। पार्टी को उम्मीद है कि रिसॉर्ट पॉलिटिक्स के बावजूद पिछली बार की तरह इस बार भी चुनाव से ऐन पहले यह पार्टी से बगावत कर देंगे। गौरतलब है कि पिछली बार रिसॉर्ट से लौटने के बाद दो विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़ दिया था।
जानकारों के मुताबिक राज्यसभा चुनाव में अभी सप्ताह से ज्यादा का वक्त बचा हुआ है। इस दौरान बचे हुए चारों विधायकों की कुंडली खंगाली जा रही है। साथ ही भाजपा नेताओं के साथ उनके निजी रिश्तों की भी पड़ताल हो रही है। भाजपा की पहली नजर निझर विधायक सुनील गामित पर है। सुमूल डेयरी में एक पदाधिकारी के साथ इनके गहरे रिश्ते बताए जा रहे हैं। इनको भाजपा के खेमे में लाने का जिम्मा भी उन्हें ही सौंपा गया है। व्यारा विधायक पूणा गामित का कांग्रेस से मोहभंग कराने का जिम्मा एक सांसद को दिया गया है। दोनों के निजी रिश्ते बेहतर बताए जाते हैं। वांसदा से विधायक अनंत पटेल और मांडवी विधायक आनंद चौधरी का कांग्रेस छोड़कर गए जीतू चौधरी के साथ अच्छी दोस्ती है। जीतू चौधरी को ही इस काम में लगा दिया गया है। जीतू इस मिशन में कामयाब हुए तो कांग्रेस छोड़कर जाने वाले विधायकों में उनकी साख बढऩा तय है। जंबूसर विधायक संजय सोलंकी को लेकर कांग्रेस में ही अनिश्चितता का माहौल है।
बार-बार बदल रहे ठिकाने
पाला बदल घटनाक्रम के बाद दक्षिण गुजरात के विधायकों को यहीं रखा गया है। आसन्न तोडफ़ोड़ से बचने के लिए बार-बार इन विधायकों के ठिकाने बदले जा रहे हैं। पहले इन्हें वलसाड में कांग्रेस नेता गौरव पंड्या के फार्म हाउस पर रखा गया था। जानकारों के मुताबिक घुसपैठियों ने फार्म हाउस में भी इनसे संपर्क साधने के प्रयास शुरू कर दिए। भनक मिलते ही सभी को अब किसी रिसॉर्ट में शिफ्ट किया गया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक स्थितियां बिगड़ीं तो किसी भी दिन इन्हें भी बाहर भेजा जा सकता है। फिलहाल पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. तुषार चौधरी और पंड्या साथ रहकर इन पर नजर रखे हुए हैं।

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