श्रमिक एक्सप्रेस से फर्जी टिकट चैकर गिरफ्तार
उधना स्टेशन पर शनिवार रात वलसाड-मुजफ्फरपुर श्रमिक एक्सप्रेस में सूरत स्टेशन की सीटीआई स्क्वॉयड ने एक फर्जी टीसी को धर दबाचा। उसके पास फर्जी पहचान पत्र

सूरत।उधना स्टेशन पर शनिवार रात वलसाड-मुजफ्फरपुर श्रमिक एक्सप्रेस में सूरत स्टेशन की सीटीआई स्क्वॉयड ने एक फर्जी टीसी को धर दबाचा। उसके पास फर्जी पहचान पत्र था। उधना आरपीएफ ने उसे रेलवे पुलिस को सौंप दिया है। रेलवे पुलिस ने आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।
सूत्रों के अनुसार सूरत स्टेशन के सीटीआई स्क्वॉयड के एम.एन. मिर्जा, किरण प्रसाद, नीलेश चौहाण, संतोष तंबोली, सुधीर भालेराव और रियाज खान का दल शनिवार रात १९०५१ वलसाड-मुजफ्फरपुर श्रमिक एक्सप्रेस को जांचने गया था। उधना स्टेशन पर श्रमिक एक्सप्रेस के एबी-एक की जांच के दौरान स्क्वयॉड टीम को एक व्यक्ति मिला, जो खुद को स्टाफ बता रहा था।
स्क्वॉयड के लोगों ने उससे पहचान पत्र मांगा। उसने जो पहचान पत्र दिखाया, स्क्वॉयड ने प्राथमिक जांच में उसे फर्जी पाया। पहचान पत्र पर रेलवे की मुहर नहीं थी। उस व्यक्ति को ट्रेन से उतार कर उधना रेलवे सुरक्षा बल थाने ले जाया गया। उसके पास अन्य कोई अधिकार पत्र नहीं था। पूछताछ में उसने अपना नाम जितेंद्र सुपड़ा इंगले (29) निवासी नंदनवन सोसायटी, नवागाम डिंडोली बताया। उसके पास काले रंग का एक बैग मिला।
इसमें दो फर्जी आईडी थीं। इसके अलावा बैग में 100 रुपए के 17, 50 रुपए के 8, 20 रुपए के 22 और 10 रुपए के 8 नोट समेत दो हजार ६२० रुपए मिले। एक आईफोन , एक ब्राउन वॉलेट, एक आईडी पॉकेट, जिसमे 05 स्मार्ट कार्ड थे, एक मेट्रो कार्ड, एक मध्य रेलवे का स्मार्ट कार्ड, एक पैन कार्ड, मोबाइल चार्जर, आधार कार्ड भी जब्त किया गया। रेलवे पुलिस के उप निरीक्षक बी.बी. वंजारा ने आईपीसी की धारा ४१९, ४६५, ४६८, ४७१ के तहत मामला दर्ज कर रविवार शाम उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया।
चार बार दी थी टीटीई की परीक्षा
बीकॉम तक पढ़े-लिखे जितेन्द्र ने बताया कि उसने कई बार रेलवे में भर्ती के लिए फॉर्म भरा था। चार बार उसने टीटीई बनने के लिए परीक्षा भी दी थी, लेकिन उत्तीर्ण नहीं हो सका। सूरत सीटीआई स्क्वॉयड ने बताया कि इस फर्जी टीसी का फोटो पिछले दिनों व्हॉट्सएप पर वायरल हुआ था। इसके आधार पर शनिवार को स्क्वॉयड ने उसे धर दबोचा।
गांव आने-जाने के लिए बनाया आईडी
उधना रेलवे पुलिस की पूछताछ में जितेन्द्र ने बताया कि वह मूल रूप से महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगांव का निवासी है। वह माता-पिता के साथ वर्षों से सूरत में रहता है। उसका ***** महाराष्ट्र में रेलवे में बुकिंग क्लर्क है। उसने बताया कि गांव आने-जाने के लिए ट्रेन में टिकट नहीं लेना पड़े, इसलिए उसने फर्जी आईडी बनाई थी। उसने यात्रियों से टिकट जांचने के दौरान वसूली की बात भी कबूल की है। जितेन्द्र ने बताया कि उसे किसी कार्य के लिए लोन लेना था। उसने अपने ***** से बातचीत की और लोन के नाम पर उसके डॉक्यूमेंट लिए थे। लोन तो पास नहीं हुआ, उसने उन्हीं डॉक्यूमेंट की नकल कर फर्जी पहचान पत्र तैयार कर लिया।
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