किसानों का कहना किसानों का कहना है कि मौसम इसी तरह अपनी करवट बदलता रहा तो निश्चित रूप से खरीफ की फसलों में ज्यादा फायदा मिलने वाला नहीं है। किसान दिलीप किन्नरी ने बताया कि धान पकने की अंतिम चरण में है और लगभग 15 दिनों में धान काटने लायक हो जाएगा। अब बारिश होने से फसल गिरने लगी हैं। एक अन्य किसान ने बताया कि इस बारिश से सब्जियों की खेती प्रभावित हुई है। सोमवार को बादल अचानक घने होकर शहर सहित गांवों में कई बार बूंदे छोड़ी। बारिश के कारण तापक्रम गिरकर 22.3 डिग्री सेल्सियस तक आ गया है।
मौसम विभाग के अनुसार बारिश का दौर अगले 48 घंटे तक बना रह सकता है। मौसम विभाग द्वारा भेजे गए चलचित्र में आसमान में काले घने बादलों का दबदबा बना हुआ है। शहर में बारिश से बचने के लिए लोगों ने छाते व बरसाती निकाल लिए हैं। शाम को नीले आसमान में धूप और बादलों की अठखेलियां चलती रही। बाढ़ नियंत्रण केन्द्र के अनुसार शहर में कुल 2420 एमएम व खानवेल में 2560 एमएम बारिश हो चुकी हैं। मधुबन डेम ऊपरी किनारे 79.20 मीटर ऊँचाई तक भर गया है। डेम में जल स्त्रवण बढऩे से डिस्चार्ज बढ़ा दिया है। वर्तमान से डेम से 22 हजार क्यूसेक की दर पानी रिलीज हो रहा है। बारिश के कारण जंगल आषाढ़ सावन की तरह हरीतिमा की चादर ओढ़े हुए हैं।