दो सत्र से चल रहा है फीस का विवाद
फीस का विवाद पिछले दो शैक्षणिक सत्र से चल रहा है, जो अभी तक समाप्त नहीं हुआ है। फीस को नियंत्रित करने के लिए एफआरसी गठित की गई है, लेकिन कई स्कूल अदालत में केस लड़ रहे होने के कारण मनमानी फीस वसूल रहे हैं। जिन्होंने फीस नहीं भरी है, उन विद्यार्थियों को निजी स्कूलों ने प्रवेश देने से साफ मना कर दिया है। विद्यार्थियों से नई फीस के साथ ही पुराने सत्र की शेष फीस भी मांगी जा रही है। दोनों फीस भरने के बाद ही उन्हें प्रवेश देने की स्कूल बात करते हैं। फीस नहीं भरने पर स्कूल संचालक एलसी थमाने लगे हंै। एलसी पर फीस नहीं भरने का कारण लिखा जा रहा है। ऐसे में विद्यार्थी को अन्य स्कूल में प्रवेश लेने में परेशानी होती है। इस तरह के सभी मामलो में जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत की गई है, लेकिन एक भी मामले में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सूरत. फूलपाड़ा भरीमाता विस्तार में नगर प्राथमिक शिक्षा समिति की स्कूल चल रही है। इस स्कूल में गुजराती माध्यम में शिक्षा दी जाती है। समिति सदस्य नूरमोहम्मद जरीवाला और पार्षद असलम साइकिलवाला ने नगर प्राथमिक शिक्षा समिति से स्कूल में उर्दू माध्यम शुरू करने की मांग की है। बार बार मांग करने पर भी समिति की ओर से कदम नहीं उठाने पर सोमवार को समिति कार्यालय पर धरना दिया गया।