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FIRING IN SURAT : शूटर विजय सात दिन के रिमांड पर, पुलिस टीम सौराष्ट्र रवाना

locationसूरतPublished: Feb 25, 2020 09:40:16 pm

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

– अमर ज्वैलर्स में फायरिंग मामला- हमले कारण को लेकर नहीं हो पाया कोई खुलासा, फरार कपिल और महेन्द्र की तलाश
Shooter Vijay on seven-day remand, police team leaves for Saurashtra
– Firing case in Amar Jewelers- No disclosure about the reason for the attack, absconding Kapil and Mahendra’s search

FIRING IN SURAT : शूटर विजय सात दिन के रिमांड पर, पुलिस टीम सौराष्ट्र रवाना

FIRING IN SURAT : शूटर विजय सात दिन के रिमांड पर, पुलिस टीम सौराष्ट्र रवाना


सूरत. वराछा में ज्वलैर्स पर रविवार शाम हुई फायरिंग के कारण को लेकर पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। फायरिंग जमीन के विवाद में हुई या फिर रंगदारी वसूलने के लिए की गई? इसको लेकर पुलिस कोई खुलासा नहीं कर पाई है। पुलिस ने मौके से पकड़े गए शूटर विजय करपड़ा को मंगलवार को अदालत में पेश कर सात दिन के रिमांड पर लिया है। वहीं उसके दो फरार साथियों कपिल उर्फ बावा व महेन्द्र उर्फ मेंदो की खोजबिन शुरू कर दी है। पुलिस की एक टीम सौराष्ट्र रवाना की है। सहायक पुलिस आयुक्त ए डीवीजन सी.के.पटेल ने बताया कि फरार कपिल व महेन्द्र के पकड़े जाने के बाद ही हमला किस मकसद से किया गया था और इसके पीछे क्या कारण है इसका पता चल पाएगा। शातिर कपिल व महेन्द्र के सौराष्ट्र में कुछ ठिकानों की जानकारी मिली हैं। उन ठिकानों पर जांच के लिए एक टीम भेजी गई है। इस हमले के पीछे राजस्थान का माफिया लॉरेंस विश्नोई है या फिर कोई और इस बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है। वहीं सूत्रों का कहना है कि अमर ज्वैलर्स के संचालकों का ज्वैलरी के अलावा प्रोपर्टी व फाइनेंस का भी बड़ा कारोबार है। इसको लेकर कई विवाद भी हैं। हथोड़ा गांव की जमीन को लेकर भी विवाद चल रहा है। इन विवादों के चलते डराने के लिए किसी ने सुपारी दी हो सकती है। गौरतलब है कि रविवार शाम वराछा के अमर ज्वैलर्स में तीन जनें घुस गए थे और छह राउंड फायरिंग की थी, जिसमें एक जना जख्मी हो गया था। पिस्तौल की मैगजीन बदलने के दौरान शूटर विजय पकड़ा गया था और उसके दो साथी फरार हो गए थे। पुलिस ने हत्या की कोशिश और आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस को काफी गुमराह करने के बाद विजय ने अपने दो साथियों की पहचान का खुलासा करते हुए बताया कि वह सुरेन्द्रनगर से आए थे और खोलवड़ की शुभम रेजिडेंसी में रुके थे। पुलिस को वहां से उनका काले रंग का बिना नम्बर प्लेट का स्कूटर भी बरामद हुआ था। वहीं विजय जिस माफिया लॉरेंस का नाम ले रहा है। वह जेल में रह कर मोबाइल फोन के जरिए अपने गिरोह का संचालन करने और सुपारी लेकर आपराधिक वारदातों को अंजाम देने में माहिर है। पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।

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