सूरत. अरब सागर में उठे
निसर्ग चक्रवात से निपटने की कवायद जोरों पर है। एनडीआरएफ की पांच टीमें सूरत पहुंच चुकी हैं। गुजरात में पहले से मौजूद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमों को समुद्र तटों पर तैनात कर दिया गया है। सूरत के निकट डूमस, हजीरा एवं सुवाली तटों को पूरी तरह से खाली करवाया दिया गया है।
सूरत जिला प्रशासन, मनपा और पुलिस ने बचाव के उपायों पर कवायद कर ली है। शहर से होर्डिंग्स उतरवा दिए गए हैं। कमजोर मकानों में रहने वाले लोगों और तटीय इलाकों से लोगों को स्थानांतरित कर शेल्टर होम में भिजवा दिया गया है।
सहायक पुलिस आयुक्त एच. डिवीजन ए.के. वर्मा ने बताया कि डूमस, हजीरा और सुवाली समुद्र तट पूरी तरह से खाली करवाए गए हैं। समुद्र तट के सभी गांवों के सरपंचों से संपर्क कर मछुआरों की जानकारी जुटाई गई है। लगभग सभी मछुआरे समुद्र से लौट आए। फिलहाल एनडीआरएफ की टीमों के 20-20 जवानों को डूमस, हजीरा और सुवाली पर तैनात किया गया है। इनके साथ हजीरा, मरीन व डूमस पुलिस के जवानों को भी तैनात किया गया है। तटीय क्षेत्रों में पुलिस गश्त भी बढ़ा दी गई है। समुद्र तट के गावों में झींगा पालन करने वालों को भी सतर्क कर दिया गया है। आपात स्थिति के लिए शेल्टर होम भी बनाए गए हैं। सभी गावों के सरपंचों को जरूरत पडऩे पर तुरंत सूचना देने के लिए कहा गया है।
नौकाएं तैयार
आपात स्थिति में यदि समुद्र में जाने की जरूरत पड़े तो इसके लिए अदाणी बंदरगाह और रिलांयस के बंदरगाह पर इन दोनों कंपनियों की नौकाओं को आरक्षित रखा गया है। यदि किसी के समुद्र में फंसे होने की सूचना मिले तो तुरंत मदद पहुंचा कर उसे निकाला जा सके।
इधर, अरब सागर में चक्रवात आने की चेतावनी के बाद संघ प्रदेश दमण, सिलवासा एवं दक्षिण गुजरात में प्रशासन अलर्ट हो गया है। बैठकों में बचाव की योजनाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। एनडीआरएफ की तैनाती कर खतरों वाले स्थानों से लोगों को हटाने, तथा मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने देने के कदम उठाए गए हैं। समुद्री तूफान ३ जून को दमण एवं दक्षिण गुजरात के तटीय इलाके से टकरा सकता है।