इस संबंध में पीडि़तों से शिकायत मिलने पर उमरा पुलिस ने एक्सएल ग्रुप के संचालकों के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया है। एक्सएल इंटरनेशनल के संचालक व ठगी के मुख्य सूत्रधार राजेन्द्र तरसरिया के खिलाफ ठगी का यह चौथा मामला है। इससे पहले उमरा थाने में दो और अडाजण थाने में एक मामला दर्ज हो चुका है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सिंगणपोर भरीमाता रोड सर्जन पैलेस निवासी राजेन्द्र तरसरिया व उसके दो साथियों कतारगाम नंदीग्राम सोसायटी निवासी धार्मिक माधवाणी व माधवानंद सोसायटी निवासी हेमल पांडव ने मोटा वराछा गोल्डनसिटी रेजिडेंसी निवासी विधी वीरडिया और उसके पति दर्षिल वीरडिया के साथ भी ठगी की थी।
दोनों ने मई 2021 में वेसू लग्जरिया बिजनेस हब में स्थित उनके कार्यालय में संपर्क किया था। उस दौरान उन्होंने दोनों को स्टूडेंट वीजा के साथ यूक्रेन के कॉलेज में एडमिशन दिलवाने का वादा कर छह लाख रुपए मांगे थे। फिर दोनों से 5.90 लाख रुपए ले लिए थे। उन्होंने केतन के जरिए दोनों को स्टूडेंट वीजा दिलवाया था और इसके लिए केतन को 1.20 लाख रुपए दिए थे।
आरोप है कि कॉलेज की फीस के रुपए नहीं चुकाकर उनके साथ धोखा किया था। इसी तरह से दो और युवकों निकुंज टेलर व स्वप्निल मोरे के साथ भी उन्होंने ठगी की थी। दोनों को दुबई का वर्क परमिट वीजा दिलवाने का झांसा देकर 3.55 लाख रुपए लिए थे, लेकिन उन्हें टूरिस्ट वीजा दिलवाया था। जब उन्होंने रुपए वापस मांगे तो रुपए भी नहीं लौटाए।
उल्लेखनीय है कि विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले एक्सएल इंटरनेशल के संचालकों के खिलाफ पिछले माह उमरा पुलिस थाने में पांच जनों ने 29.41 लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज करवाया था। इस मामले में उमरा पुलिस ने राजेन्द्र व हेमल को गिरफ्तार किया था।
उसके बाद तीन और पीडि़तों ने 2.88 लाख रुपए ठगी का एक और मामला दर्ज करवाया था। मास्टर माइंड राजेन्द्र के खिलाफ अडाजण थाने में 13.40 लाख रुपए की ठगी का एक और मामला दर्ज हुआ था।
दो जेल में एक फरार मामले की जांच कर रहे पुलिस उप निरीक्षक पीजी पटेल ने बताया कि आरोपी राजेन्द्र व हेमल न्यायिक हिरासत में लाजपोर जेल में बंद हैं। उनका तीसरा साथी धार्मिक माधवाणी फरार है। उसकी तलाश जारी है।
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