श्री आत्मानंद सरस्वती आयुर्वेद अस्पताल एंड कॉलेज के चार वार्डबॉय निलेश राठौड़, सतिष गामित, अतुल सोलंकी, निलेश गामित 18 मई से रोजोना न्यू सिविल अस्पताल में कोविड-19 हॉस्पिटल के अलग-अलग वार्ड में जाकर कोरोना मरीजों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाकर स्वस्थ होने की हिम्मत देते है। वह 25 वर्ष से श्री आत्मानंद सरस्वती आयुर्वेद अस्पताल में नौकरी कर रहे है। कोरोना के सामने शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए अस्पताल के द्वारा काढ़ा का वितरण किया जा रहा है। व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए यह चारों वार्डबॉय पीपीई किट पहनकर कोविड वार्ड में जाते है। इनके वार्ड में आते ही कोरोना मरीज बेड पर ही उठकर बैठ जाते है। वार्डबॉय मरीजों को काढ़ा पीकर जल्दी स्वस्थ हो जाने के बारे में समझाते हैं। वार्डबॉय के कार्य और उनके उत्साह की मरीजों के साथ-साथ डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ भी कायल हो गए।
अमरोली मीरानगर सोसायटी निवासी निलेश नगिन राठौड़ (45) बताते हैं कि शुरू में कोरोना वार्ड में जाने से डर लगता था, लेकिन मेरी उम्र तथा मेरे से बड़े कई लोगों को अस्पताल में कोरोना का इलाज चल रहा है। जिन्हें देखकर हिम्मत मिलती है। इतने दिन से कोविड वार्ड में काढ़ा वितरण कर रहे हैं, लेकिन कभी कोई तकलीफ नहीं हुई है। आयुर्वेद कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सचिन केदिकर ने बताया कि आयुर्वेदिक काढ़ा से कोरोना वायरस के मरीजों की इम्यूनिटी शक्ति बढ़ाती है और जल्दी स्वस्थ होते हैं।