देखिए उन्नाव रेप केस की पूरी कहानी
पुलिस के मुताबिक सचिन जीआइडीसी (GIDC) क्षेत्र में रामलीला आयोजित हो रही है। सोमवार रात क्षेत्र में रहने वाला श्रमिक अपनी चार साल की बेटी को लेकर रामलीला देखने गया था। यहां कुछ देर के लिए श्रमिक बेटी से दूर हुआ और इस दौरान कोई अज्ञात व्यक्ति बच्ची को उठाकर ले गया। श्रमिक ने बच्ची की कई जगह खोज की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। सुबह चार बजे बच्ची घर के बाहर खून से सनी हालत में रोते हुए मिली। बच्ची से दुष्कर्म की आशंका के चलते श्रमिक पिता अपनी बच्ची को लेकर सुबह सचिन जीआइडीसी थाने पहुंचा। पुलिस ने बच्ची का न्यू सिविल अस्पताल में मेडिकल चेकअप करवाया, जिसमें बलात्कार की पुष्टि हुई। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपहरण, बलात्कार और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर अभियुक्त को पकडऩे के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
पुलिस के मुताबिक सचिन जीआइडीसी (GIDC) क्षेत्र में रामलीला आयोजित हो रही है। सोमवार रात क्षेत्र में रहने वाला श्रमिक अपनी चार साल की बेटी को लेकर रामलीला देखने गया था। यहां कुछ देर के लिए श्रमिक बेटी से दूर हुआ और इस दौरान कोई अज्ञात व्यक्ति बच्ची को उठाकर ले गया। श्रमिक ने बच्ची की कई जगह खोज की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। सुबह चार बजे बच्ची घर के बाहर खून से सनी हालत में रोते हुए मिली। बच्ची से दुष्कर्म की आशंका के चलते श्रमिक पिता अपनी बच्ची को लेकर सुबह सचिन जीआइडीसी थाने पहुंचा। पुलिस ने बच्ची का न्यू सिविल अस्पताल में मेडिकल चेकअप करवाया, जिसमें बलात्कार की पुष्टि हुई। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपहरण, बलात्कार और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर अभियुक्त को पकडऩे के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
परिचित होने की आशंका
पुलिस ने बताया कि करीब रात ग्यारह बजे अज्ञात व्यक्ति बच्ची को रामलीला कार्यक्रम से उठा कर ले गया और उसके बाद उसने बलात्कार किया और उसे सुबह चार बजे घर के बाहर छोड़ कर फरार हो गया। रामलीला का आयोजन बच्ची के घर से एक किमी दूरी पर है और अभियुक्त बच्ची को घर के बाहर छोड़ कर गया, ऐसे में उसके श्रमिक परिवार से परिचित होने की आशंका है। पुलिस ने इसी दिशा में जांच शुरू कर दी है।
तीन महीने में सूरत में बलात्कार के 20 मामले
औद्योगिक नगरी सूरत (Surat) में बच्चियों से बलात्कार के मामले लगातार सामने आ रहे हंै। पिछले वर्ष डिंडोली क्षेत्र में दो मासूम बच्चियों से दरिंदगी की दो वारदातें सामने आई थी, जिससे लोगों में काफी आक्रोश फैला था। कोर्ट (Court) ने दोनों ही मामलों की एक साल में सुनवाई कर दोषियों को सजा सुनाई थी। इसके बाद भी बलात्कार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। 1 सितम्बर से 30 नवम्बर तक सूरत के अलग-अलग थानों में बलात्कार के 20 मामले दर्ज हुए हैं।