वलसाड में भी लोकरक्षक दल में भर्ती होने के लिए परीक्षा देने आए सैकड़ों परीक्षार्थी परीक्षा रद्द होने से निराश हो गए। रविवार सुबह से ही परीक्षा केन्द्रों के बाहर परीक्षा देने पहुंचे युवाओं की लाइन लग गई थी। वहीं, केन्द्र के अंदर जाने से पहले ही उन्हें यह बताया गया कि पेपर लीक होने के कारण परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। आगामी दिनों में फिर से परीक्षा ली जाएगी। बोर्ड द्वारा नई तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी। इसके कारण परीक्षार्थियों को निराश लौटना पड़ा। शहर में परीक्षा केन्द्र बनाए कॉन्वेन्ट स्कूल पर वांसदा, धरमपुर, कपराड़ा, सापुतारा जैसे ग्रामीण विस्तारों से युवक रुपए खर्च कर परीक्षा देने पहुंचे थे। परीक्षा रद्द होने से सभी को निराश होकर लौटना पड़ा।
नवसारी में 32 हजार परीक्षार्थियों में निराशा
नवसारी में रविवार को लोकरक्षक दल की परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई। इससे जिले के 75 केन्द्र पर दूरदराज से परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों ने निराशा फैल गई। परीक्षाॢथयों ने पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। रविवार दोपहर बाद तीन बजे से परीक्षा शुरू होने वाली थी। परीक्षा केन्द्रों पर सुबह सात बजे से ही पुलिस बंदोबस्त लगा दिया गया था। सूरत व अन्य जिले से आए परीक्षार्थियों को सुबह 11 बजे से केन्द्रों में कड़ी जांच के बाद प्रवेश दिया गया। केन्द्रों पर 75 केन्द्र संचालक, 359 सुपरवाइजर, 1077 परीक्षक, 430 लिपिक, 75 कंप्यूटर कोओर्डिनेटर, 150 चपरासी, परीक्षार्थियों को पानी देने के लिए 270 कर्मचारी, 75 सरकारी प्रतिनिधि, 25 रूट सुपरवाइजर और 11 स्ट्रांग रूम के लिए कुल 2457 अधिकारी और कर्मचारियों को लगाया गया था। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक पूरी परीक्षा की कार्रवाई पर नजर रखे हुए थे। परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक होने के कारण परीक्षा को रद्द करने की सूचना मिलते ही परीक्षार्थियों में निराशा फैल गई।
एक साल से कर रही थी तैयारी
सूरत से आई दर्शना बेन ने कहा कि लोकरक्षक के लिए तीन महीने से तैयारी कर रही थी। पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द होने से पूरा उत्साह खत्म हो गया। पिछली बार भी यही हुआ था। इस मामले के दोषियों को पकडक़र कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
दिलीप प्रजापति ने कहा कि सूरत से यहां परीक्षा देने आया था, लेकिन परीक्षा रद्द हो गई। अब हमारे भविष्य का क्या होगा? गत परीक्षा का भी पेपर लीक हुआ था। लेकिन सरकार कुछ नहीं करती है। फिर से परीक्षा आयोजित करने की बात हो रही है, लेकिन करीब 25 प्रतिशत लोग परीक्षा देने नहीं आएंगे। सरकार को पेपर लीक करने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।