यात्रा में शामिल दल के सदस्यों ने वांसिया तालाब, जूज, नवानगर, खड़किया, वडबारी-वांसदा, मनपुर, बोरियाछ, लाछकड़ी और गंगपुर गांव की यात्रा के दौरान ग्रामीण जीवन, संस्कृति शैक्षणिक अभ्यास गृह तथा सदाफल दंडकवन का अध्ययन किया। समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने लोगों को अपने अनुभव बताए। इस मौके पर प्राध्यापक डॉ. मनोज परमार, बिनलबेन पटेल, गायत्रीबेन जसाणी तथा अन्य विद्यार्थी समेत कई लोग उपस्थित थे।