समाचार पत्रों की प्रतिमा
सरथाणा निवासी संजय मांडवा ने समाचार पत्रों, तेल और पानी की बोतलों का उपयोग कर 9 फीट की गणेशजी की प्रतिमा बनाई है। इस प्रतिमा का विसर्जन सोसायटी में ही किया जाएगा।
सरथाणा निवासी संजय मांडवा ने समाचार पत्रों, तेल और पानी की बोतलों का उपयोग कर 9 फीट की गणेशजी की प्रतिमा बनाई है। इस प्रतिमा का विसर्जन सोसायटी में ही किया जाएगा।
मिट्टी के डेढ़ फीट की प्रतिमा
सलाबतपुरा, धामलावाड़ निवासी तीन बच्चों जैनिल, माधव और नील ने घर में मिट्टी के डेढ़ फीट की प्रतिमा बनाई है। इको-फ्रेंडली रंगों से श्रीजी का श्रृंगार किया गया। हाथों से मिट्टी के छोटे श्रीजी बनाए
सिटीलाइट निवासी 9 साल की जैना शाह चौथी कक्षा की छात्रा है। उसने अपने हाथों से मिट्टी के छोटे श्रीजी बनाए हैं।
सलाबतपुरा, धामलावाड़ निवासी तीन बच्चों जैनिल, माधव और नील ने घर में मिट्टी के डेढ़ फीट की प्रतिमा बनाई है। इको-फ्रेंडली रंगों से श्रीजी का श्रृंगार किया गया। हाथों से मिट्टी के छोटे श्रीजी बनाए
सिटीलाइट निवासी 9 साल की जैना शाह चौथी कक्षा की छात्रा है। उसने अपने हाथों से मिट्टी के छोटे श्रीजी बनाए हैं।
फिटकरी से इको-फ्रेंडली प्रतिमा बनाई
वेसू के जी.डी.गोएन्का स्कूल के विद्यार्थियों ने फिटकरी से इको-फ्रेंडली प्रतिमा बनाई। उनका कहना है कि फिटकरी से पानी स्वच्छ होता है। पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता। श्रीजी बनाने की वर्कशॉप
अडाजण में एक संस्था ने छोटे बच्चों के लिए मिट्टी के श्रीजी बनाने की वर्कशॉप का आयोजन किया। इसमें बच्चों को मिट्टी के गणेशजी बनाना सिखाया गया। वर्कशॉप में अभिभावकों ने भी हिस्सा लिया।
वेसू के जी.डी.गोएन्का स्कूल के विद्यार्थियों ने फिटकरी से इको-फ्रेंडली प्रतिमा बनाई। उनका कहना है कि फिटकरी से पानी स्वच्छ होता है। पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता। श्रीजी बनाने की वर्कशॉप
अडाजण में एक संस्था ने छोटे बच्चों के लिए मिट्टी के श्रीजी बनाने की वर्कशॉप का आयोजन किया। इसमें बच्चों को मिट्टी के गणेशजी बनाना सिखाया गया। वर्कशॉप में अभिभावकों ने भी हिस्सा लिया।