इसके अलावा काउंसिल ने इस घोटाले में यदि आवश्यकता पड़ी तो बैंकों को यथासंभव मदद करने का आश्वासन दिया है। साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया है कि हीरा उद्यमी नीरव मोदी का पंजाब नेशनल बैंक से एलओयू के माध्यम से किया घोटाला हीरों के आयात के साथ जुड़ा है। यह मामला निर्यात के साथ नहीं जुड़ा है, इसलिए इसमें काउंसिल कुछ नहीं कर सकता। कुछ लोगों की गलती के कारण पूरे हीरा उद्योग की छवि खराब हो रही है। इसलिए गलतफहमी दूर करने और बैंकों से संबंध बनाए रखने के लिए काउंसिल आगामी दिनों में बैंकर्स के साथ बैठक करेगा।
उल्लेखनीय है कि नीरव मोदी प्रकरण में जिस तरह से पीएनबी के बैंक अधिकारियों पर शिकंजा कसा गया और उनकी गिरफ्तारियां हुईं, उसने देशभर में बैंककर्मियों को सकते में ला दिया। अब स्थिति यह है कि सभी बैंकों के शीर्ष प्रबंधन ने अपने अधीनस्थों को बकाया लोन की रिकवरी और एनपीए क्लीयर करने के काम में लगा दिया है। नीरव मोदी की सूरत से संबद्धता को देखते हुए सभी बैंकों ने सूरत शाखाओं में अपनी सक्रियता बढ़ाई है।
वैट की वसूली के लिए नोटिस जीएसटी विभाग ने नीरव मोदी की कंपनी फायर स्टोन डायमंड को वैट का बकाया टैक्स चुकाने के लिए नोटिस दिया है। नोटिस में कंपनी के एसेसमेन्ट वर्ष 2013-14 के टर्न ओवर के ऑडिट पर सवाल उठाए गए हैं। इसके समर्थन में उसे खरीद-बिक्री के दस्तावेज जमा कराने का निर्देश दिया है।