रतलाम रेल मंडल में त्रिवेन्द्रम-निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की खबर मिलने पर मुम्बई से पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ए. के. गुप्ता घटनास्थल जाने के लिए रवाना हो गए थे। लेकिन, जब तक वह वडोदरा पहुंचे घटनास्थल पर सिंगल ट्रेक से अप व डाउन दोनों लाइन की ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया था। इसके बाद गुप्ता वडोदरा में ही रुक गए। इसके बाद उन्होंने वडोदरा से मुम्बई के बीच रेलवे फाटक का निरीक्षण करने का निर्णय किया। उनके साथ पश्चिम रेलवे के प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर आर. के. मीना भी थे।
यह दोनों जने 12010 अहमदाबाद-मुम्बई शताब्दी एक्सप्रेस के इंजन में वडोदरा से चढ़ गए। रेलवे फाटकों पर दुर्घटना न हो इसके लिए आगामी दिनों में व्यवस्था होगी। उल्लेखनीय है कि, त्रिवेन्द्रम सेंट्रल-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस वड़ोदरा स्टेशन से रवाना होने के बाद गुरुवार सुबह ६.४४ बजे रतलाम रेल मंडल में मेघनगर तथा थांदला रोड के बीच से गुजर रही थी। एक तेज रफ्तार ट्रक ने फाटक तोड़ते हुए इसे टक्कर मार दी। इससे कोच संख्या बी-7 और बी-8 पटरी से उतर गए। हादसे के बाद रेल अधिकारियों और कर्मचारियों में हडक़म्प मच गया।
सूचना मिलते ही संबंधित अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे। पटरी से उतरे कोच उठाने के लिए रतलाम रेल मंडल से दो एक्सिडेंट रिलीफ ट्रेन भेजी गईं। क्षतिग्रस्त कोच के यात्रियों को अन्य कोच में शिफ्ट करने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया। इस हादसे को लेकर रतलाम रेल मंडल ने चार प्रमुख स्टेशनों रतलाम, इंदौर, उज्जैन और नागदा पर हेल्पलाइन नम्बर शुरू किया है। अप लाइन पर रेल यातायात ९.४० बजे बहाल हो गया। दोपहर साढ़े बारह बजे डाउन लाइन को भी चालू कर दिया गया। हादसे के कारण फिरोजपुर-मुम्बई सेंट्रल जनता एक्सप्रेस तथा श्रीवैष्णो देवी-बान्द्रा टर्मिनस स्वराज एक्सप्रेस पांच-छह घंटे देर से सूरत पहुंचीं थी।