कोरोनाकाल में जब देशभर में माल-सामान की आवाजाही के रास्ते मुश्किल हुए थे, सूरत एयरपोर्ट से कार्गो के लिए विशेष विमान चलाए गए थे। कोरोना के काबू में आने के बाद से सड़क और रेल के रास्ते भी माल भेजना आसान हो गया है। स्थितियां सामान्य होती देख कार्गो को अब रुटीन फ्लाइट्स से ही भेजा जा रहा है। इसके बावजूद कार्गो की मात्रा में ज्यादा कमी देखने को नहीं मिली है।
सूरत एयरपोर्ट से जुलाई महीने में 322930 किलो कार्गो का आना-जाना हुआ है। इसमें 142620 किलो का माल सामान दूसरे शहरों से सूरत एयरपोर्ट उतरा तो सूरत के व्यापारियों ने यहां से देश के दूसरे शहरों के लिए 180930 किलो सामान भेजा है। सूरत एयरपोर्ट से कार्गो के लिए मिल रहा बिजनस बताता है कि माल को सूरत से दूसरे शहरों में भेजने के लिए हवाई रास्ता भी एक बेहतर विकल्प बन रहा है। जानकारों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने से सूरत समेत दक्षिण गुजरात को फायदा होगा। यहां से देश-दुनिया में कार्गो से अपना माल भेजना लोगों के लिए आसान हो जाएगा।