गुजरात सरकार ने ऑटो रिक्शा चालकों के लिए आसमानी रंग के एप्रन को यूनिफार्म के रूप में अनिवार्य कर दिया है। इसका विरोध तेज होता जा रहा है। यूनिफार्म से पहले रिक्शा चालकों ने राहत पैकेज जारी करने की मांग की है। भरुच जिला रिक्शा एसोसिएशन के प्रमुख सैय्यद अब्बास रोशन पेंटर ने कहा कि रिक्शा चालकों के लिए खाकी यूनिफार्म और मालिकों के लिए सफेद यूनिफार्म तो पहले से ही है। अब आसमानी एप्रन की क्या जरूरत है। कोरोना में सरकार ने रिक्शा चालकों की कोई सहायता नहीं की। पहले रिक्शा चालकों की सहायता की जाए फिर नियम बनाए जाए। रिक्शा चालक विक्रम भाई ने कहा कि कोरोना के कारण लोग रिक्शा में बैठते नहीं हैं। दिन में सौ रुपए का भी धंधा नहीं हो रहा। ऐसे में रिक्शा चालकों को यूनीफार्म नहीं सहायता की जरुरत है।