जानकारी के अनुसार जीपीबीसी ने अब तक वापी की मंगलम ड्रग्स, हेमाणी इंडस्ट्रीज, अमोली आर्गेनिक, सेंटर प्वाइंट व हिरंबा यूनिट-1 और दो को क्लोजर जारी किया है। अविक फार्म, दयाल डाइज, सेजल फार्मा, वलसाड की नाइट्रैक्स कंपनी को नोटिस आफ डायेरक्शन जारी किया गया है। इस कार्रवाई से उद्यमियों में हड़कंप मचा है।
बताया गया है कि विजिलेन्स द्वारा लिए गए सैम्पल की रिपोर्ट लैब से प्राप्त होने के बाद कई अन्य कंपनियों को भी नोटिस मिलेगा। दूसरी तरफ करीब दो महीने पहले जीआईडीसी की ड्रेनेज लाइन में गैस रिसाव से जानवरों की मौत मामले की जांच के बाद जीपीसीबी ने तीन कंपनियों को क्लोजर देने के साथ ही बिजली और पानी का कनेक्शन काटने की कार्रवाई की है। जीपीसीबी के अनुसार प्रदूषण नियमों के उल्लंघन से एक बार फिर वापी क्रिटिकल क्षेत्र में न पहुंच जाए, इसके लिए यह सख्ती की जा रही है।
कंपनी में आग से अफरा-तफरी जीआईडीसी के 40 शेड स्थित विको फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सोमवार को अचानक आग लग गई । कुछ देर में ही आग कंपनी के अन्य इलाकों में भी फैल गई, जिससे वहां काम कर रहे श्रमिकों में अफरा-तफरी मच गई। यह आग बॉयलर में लीकेज के कारण लगी थी।
बताया गया है कि बॉयलर का तापमान बढऩे से इंधन के तौर पर उपयोग होने वाले आयल से आग शुरू हुई थी। आग की सूचना पाकर नोटिफाइड की कई दमकल गाडिय़ां मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। दमकल कर्मियों को इसमें काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा और आग पर काबू पाने में दमकल कर्मियों को करीब तीन घंटे लगे। धुएं के गुबार से आसपास की कंपनियों में भी अफरा-तफरी मच गयी। आग से कंपनी में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन माल-सामान और मशीनरी को नुकसान पहुंचा है।