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जीपीसीबी ने कई कंपनियों में की छापेमारी

locationसूरतPublished: Jul 27, 2018 11:19:54 pm

दूषित पानी कावेरी नदी में छोडऩे का आरोप दूषित पानी के सैम्पल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे

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जीपीसीबी ने कई कंपनियों में की छापेमारी


नवसारी. गणदेवी के आंतलिया स्थित जीआइडीसी विस्तार की कई कंपनियों से निकलने वाले दूषित पानी को कावेरी नदी में छोड़े जाने की सरपंच की शिकायत पर जीपीसीबी की टीम ने गुरुवार शाम कई कंपनियों में छापेमारी की। इस दौरान कई कंपनियों से निकलने वाले दूषित पानी के सैम्पल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे गए।
जीपीसीबी ने विकास इंडस्ट्रीज, ओम रबर, ओम पॉलिमर , गणेश पॉलिमर, विशाल प्रोडक्ट सहित कई कंपनियों में गुरुवार शाम छापेमारी की। इसकी जानकारी मिलते ही कंपनी मालिकों में हड़कम्प मच गया। जीपीसीबी ने जांच के दौरान विकास इंडस्ट्रीज की ड्रेनेज लाइन और कंपनी के अंदर से केमिकलयुक्त पानी का नमूना लिया। इसके अलावा जीआइडीसी ड्रेनेज लाइन एवं बिलीमोरा-चिखली मुख्य मार्ग पर घेकटी गांव के पास की कोतर से भी पानी का सैम्पल लिया। जीपीसीबी के अधिकारी एचसी सोलंकी, एओ त्रिवेदी और टीम ने पांच कैन भरकर प्रदूषित पानी का सैम्पल लिया है, जिसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है। जीपीसीबी के अनुसार जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आंतलिया सरपंच ने की थी शिकायत
आंतलिया गांव की सरपंच ललिता पटेल ने 23 जुलाई को गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नवसारी कार्यालय और गांधीनगर में लिखित शिकायत की थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कावेरी नदी में जीआइडीसी स्थित कंपनियों द्वारा दूषित पानी छोड़ा जाता है। उन्होंने कंपनियों के दूषित अपशिष्ट भी नदी में फेंकने का आरोप लगाया था। सरपंच ने शिकायत में आरोप लगाया था कि विकास इंडस्ट्रीज द्वारा प्रवाही व पाउडर के रूप में नाइट्रिक एसिड, अमोनिया, सलफ्यूरिक एसिड व अन्य केमिकल ड्रेनेज लाइन से सीधे नदी में छोड़ा जा रहा है। 18 जुलाई को इस ड्रेनेज लाइन से पीले रंग के केमिकल युक्त नदी का पानी देखने के बाद सरपंच ने फोटो और वीडियो बनाकर शिकायत के साथ भेजा था।
आंतलिया समेत आसपास के कई गांव कावेरी नदी का पानी उपयोग में लेते हैं। बिलीमोरा नगरपालिका की पेयजल योजना भी कावेरी नदी से जुड़ी है। नदी में दूषित पानी छोड़े जाने से लोगों के स्वास्थ्य को खतरा होने की आशंका है। आरोप लगाया गया था कि नदी का पानी पीने से कई पशुओं की मौत हो चुकी है। शिकायत की जांच नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी।
बताया गया है कि विकास इंडस्ट्रीज द्वारा केमिकलयुक्त पानी नदी में छोड़े जाने की बात जीपीसीबी की जांच सामने आई है। इसकी रिपोर्ट मिलने पर एक सप्ताह में कार्रवाई हो सकती है।
शिकायत पर की गई कार्रवाई
आंतलिया जीआइडीसी की कई कंपनियों का दूषित पानी नदी में छोड़े जाने की शिकायत मिली थी। इसके बाद यह कार्रवाई की गई है। कंपनियों द्वारा नियमों का उल्लंघन कर बिना ट्रीट किया पानी नदी में छोड़े जाने की बात सामने आई है। कई कंपनियों की जांच की गई, जिसमें से कइयों के पास बोर्ड की एनओसी तक नहीं थी। विकास इंडस्ट्रीज से लिया पानी का सैम्पल लैब में जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद मुख्य कार्यालय से कार्रवाई होगी।
एचसी सोलंकी, प्रादेशिक अधिकारी, जीपीसीबी नवसारी
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