सूरत

उधना बनेगा ग्रीन स्टेशन, एक हजार से अधिक पौधे लगाने की तैयारी

स्टेशन की सूरत बदलने का मास्टर डवलपमेंट प्लान तैयार, महाप्रबंधक ने देखा प्रजेंटेशन

सूरतMar 01, 2019 / 09:49 pm

Sanjeev Kumar Singh

उधना बनेगा ग्रीन स्टेशन, एक हजार से अधिक पौधे लगाने की तैयारी

सूरत.
आने वाले दिनों में उधना रेलवे स्टेशन की सूरत बदलने वाली है। वल्र्ड क्लास स्टेशन को ध्यान में रखते हुए इंडियन रेलवे स्टेशन डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आइआरएसडीसी) ने इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। आइआरएसडीसी के महाप्रबंधक विवेक भूषण सूद ने गुरुवार को पांच फेज में उधना स्टेशन की कायापलट का पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ए.के. गुप्ता को प्रजेंटेशन दिया। इसके अलावा उधना स्टेशन को ग्रीन स्टेशन के तौर पर विकसित करने के लिए शहर की सामाजिक तथा निजी संस्थाओं के सहयोग से एक हजार से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
 


देश के चुनीदा रेलवे स्टेशनों को वल्र्ड क्लास मॉडल के रूप में तैयार करने की योजना है। इसमें गुजरात के गांधीनगर तथा सूरत स्टेशन शामिल हैं। गांधीनगर स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में तैयार करने की डेडलाइन 31 जुलाई, 2019 है। सूरत स्टेशन के लिए नए सिरे से 15 फरवरी को टेंडर जारी किए गए हैं। इसके अलावा उधना और साबरमती स्टेशन को भी वल्र्ड क्लास मॉडल के तौर पर विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है।
 

आइआरएसडीसी के महाप्रबंधक (सिविल) विवेक भूषण सूद ने उधना स्टेशन के मास्टर प्लान की जानकारी देते हुए बताया कि वल्र्ड क्लास स्टेशन का प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए जून 2018 में टेक्निकल कंसलटेंट की नियुक्ति की गई थी। उधना स्टेशन पर साइट-1, साइट-2, रेलवे स्टेशन, यार्ड और गुड्स साइडिंग को अलग-अलग चार फेज में तैयार किया जाएगा। उधना स्टेशन पर यात्रियों तथा रेलवे स्टाफ के लिए 15 मंजिला दो बिल्डिंगों का निर्माण किया जाएगा। इनमें एक बिल्डिंग को रेलवे क्वाटर्स, कम्युनिटी सेंटर तथा क्लब के तौर पर विकसित किया जाएगा। दूसरी बिल्डिंग को रियल स्टेट हाउसिंग के हिसाब से डवलप किया जाएगा।
 

इसके अलावा 11 मंजिला बिल्डिंग भी बनाई जाएगी, जिसमें मॉल, ऑफिस और होटल होंगे। इस बिल्ंिडग को निजी कंपनी मुख्य रूप से आय के स्रोत के रूप में खड़ा करेगी। एक और ग्यारह मंजिला बिल्डिंग का निर्माण रिटेल, ऑफिस, अपार्टमेंट के लिए किए जाने प्लान है। मास्टर प्लान में फेरबदल संभव है। जमीन संपादन और रेलवे की जरूरतों को पूरा करते हुए प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलने का इंतजार है। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उधना यार्ड तथा प्लेटफॉर्म ले आउट पर फोकस किया गया है।
 

सामाजिक और निजी संस्थाओं के साथ करार

मुम्बई-उधना मेन लाइन पर सूरत के नजदीक उधना जंक्शन को ग्रीन स्टेशन के तौर पर विकसित करने के लिए पश्चिम रेलवे ने सामाजिक तथा निजी संस्थाओं के साथ करार किया है। उधना से मुम्बई तथा दिल्ली के अलावा भुसावल के लिए ताप्ती लाइन है। सूरत स्टेशन एरिया में जगह की कमी के कारण पश्चिम रेलवे ने उधना को डवलप करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। सूरत स्टेशन के गुड्स यार्ड को उधना लाने के लिए तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई हैं।
 

उधना को ग्रीन स्टेशन के तौर पर विकसित करने के लिए छांयड़ो संस्था के प्रमुख भरत शाह, जेनेटिक्स कंपनी के विरल देसाई ने रेलवे से सम्पर्क किया और एक हजार से अधिक पौधे लगाने की जिम्मेदारी ली। यह पौधे स्टेशन क्षेत्र में लगाए जाएंगे। सूरत स्टेशन डायरेक्टर सी.आर. गरूड़ा, सीसीएमआइ गणेश जादव, उधना स्टेशन मैनेजर वी.एन. कदम, डिप्टी एसएस कॉमर्शियल रंजन कुमार ने सामाजिक तथा निजी संस्थाओं के साथ बैठक कर उधना को ग्रीन स्टेशन बनाने की रूपरेखा बनाई। गरूड़ा ने बताया कि आगामी दिनों में पौधों की संख्या बढ़ेगी।
 

आरक्षण केन्द्र बिल्डिंग का उद्घाटन

महाप्रबंधक ए.के. गुप्ता ने गुरुवार को उधना स्टेशन पर नवनिर्मित आरक्षण केन्द्र बिल्डिंग का उद्घाटन किया। यहां ग्राउंड फ्लोर पर यात्रियों को वीआइपी कक्ष, एसी वेटिंग हॉल, प्रतीक्षालय की सुविधा मिलेगी। अब तक उधना स्टेशन पर यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर खुले में बैठकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ता था। उद्घाटन के दौरान गुप्ता के साथ सांसद सी. आर. पाटिल तथा जेडआरयूसीसी, डीआरयूसीसी सदस्यों का ग्रुप मौजूद था।
 


संतोषजनक जवाब नहीं मिला, डॉक्टर की बदली

उधना-सफाले रेल खंड के वार्षिक निरीक्षण के दौरान पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ने गुरुवार को उधना स्टेशन का तीन घंटे तक निरीक्षण किया। सुबह पौने नौ बजे से उन्होंने स्टेशन के तीनों प्लेटफॉर्म, एक्सिडेंट रिलीफ मेडिकल इक्यूपमेंट ट्रेन, रनिंग रूम, कंट्रोल टावर, उधना यार्ड लॉबी, गार्ड लॉबी समेत अलग-अलग विभागों का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक ने एक्सिडेंट रिलीफ मेडिकल इक्यूपमेंट ट्रेन के बारे में उधना स्टेशन के एडीशनल चीफ मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. पी.आर. चौहाण से कुछ सवाल किए। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने डॉ. चौहाण का भावनगर मंडल में तबादला करने का आदेश दे दिया।
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