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GSEB RESULT 2018 : दक्षिण गुजरात के जिलों का परिणाम बढ़ा

locationसूरतPublished: May 31, 2018 08:54:35 pm

हिन्दी माध्यम का परिणाम 10.01 प्रतिशत गिरा
100 प्रतिशत परिणाम वाले स्कूलों की संख्या इस साल बढ़ गई

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GSEB RESULT 2018 : दक्षिण गुजरात के जिलों का परिणाम बढ़ा

सूरत.

दक्षिण गुजरात के आहवा (डांग) जिले का परिणाम पिछले साल के मुकाबले 9.31 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले साल आहवा का परिणाम 68.01 प्रतिशत था, जो इस साल बढ़कर 77.32 प्रतिशत रहा। इसके अलावा भरुच जिले का परिणाम 2.21 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले साल भरुच का परिणाम ५९.२१ प्रतिशत था, जो इस साल ६१.४२ प्रतिशत रहा। नर्मदा जिले का परिणाम 7.36 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले साल इस जिले का परिणाम 31.21 प्रतिशत था, जो इस साल बढ़कर 38.57 प्रतिशत रहा। वलसाड जिले का परिणाम पिछले साल 51.29 प्रतिशत था। इस साल 0.82 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ यह 52.11 प्रतिशत है। नवसारी जिले का परिणाम 3.38 और तापी जिले का 3.2 प्रतिशत कम रहा है। नवसारी जिले का परिणाम 65.04 प्रतिशत और तापी जिले का 56.11 प्रतिशत है।
चार जिलों में कोई ए1 नहीं
दक्षिण गुजरात के चार जिलों आहवा, वलसाड, नर्मदा और तापी जिले से एक भी विद्यार्थी ए1 ग्रेड हासिल नहीं कर पाया। भरुच और नवसारी जिले से 4-4 विद्यार्थियों को ए1 ग्रेड मिली है।
100 प्रतिशत वाले स्कूल बढ़े
100 प्रतिशत परिणाम वाले स्कूलों की संख्या इस साल बढ़ गई। इस साल 206 स्कूलों का परिणाम 100 प्रतिशत रहा है। 2017 में 81 स्कूलों का परिणाम 100 प्रतिशत रहा था। वर्ष 2015 में 129 और वर्ष 2016 में 107 स्कूलों का परिणाम 100 प्रतिशत था। दूसरी तरफ 10 प्रतिशत से कम परिणाम वाले स्कूलों की संख्या घटी है। इस साल 76 स्कूलों का परिणम 10 प्रतिशत से कम रहा है। पिछले साल 127 स्कूलों का परिणाम 10 प्रतिशत से कम था। वर्ष 2015 में 141 और वर्ष 2016 में 100 स्कूलों का परिणाम 100 प्रतिशत से कम था।
छात्राओं ने मारी बाजी
छात्राएं फिर आगे रही हैं। इस साल छात्राओं का परिणाम 74.78 प्रतिशत और छात्रों का 63.71 प्रतिशत है। पिछले साल के मुकाबले दोनों का परिणाम घटा है। पिछले साल छात्राओं का परिणाम ८३.५८ और छात्रों का ६९.५७ प्रतिशत था।
सीसी कैमरों ने पकड़े 1225 नकलची
परीक्षा में इस साल 1225 विद्यार्थी सीसी कैमरों के जरिए नकल करते पकड़े गए। परिणाम तैयार करने से पहले राज्य के सभी 36 जिलों के सीसी कैमरों की फुटेज की जांच की गई। इसके आधार पर नकलचियों को पकड़ा गया। दक्षिण गुजरात के सूरत जिले से 13, आहवा (डांग) से 1, भरुच से 10, नर्मदा से 2 विद्यार्थियों को सीसी कैमरों में नकल करते पाया गया। वलसाड, नवसारी और तापी जिले का नाम नकलचियों की सूची में नहीं है। नकल विरोधी दस्तों ने भी 107 नकलचियों को पकड़ा। सभी का परिणाम रोक दिया गया है।
हिन्दी माध्यम का परिणाम 10.01 प्रतिशत गिरा
हिन्दी माध्यम का परिणाम गिरा है। इस साल इस माध्यम का परिणाम 57.03 प्रतिशत रहा, जो पिछले साल 67.13 प्रतिशत और 2016 में 71.70 प्रतिशत था। इस साल अंग्रेजी माध्यम का परिणाम 77.37 प्रतिशत रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 3.17 प्रतिशत ज्यादा है। गुजराती माध्यम का परिणाम 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54.03 प्रतिशत रहा। गुजराती माध्यम से 352, हिन्दी से 9, मराठी से 1 और अंग्रेजी से 89 विद्यार्थियों को ए1 ग्रेड मिली है।
ब्लाइंड स्कूल का परिणाम 100 प्रतिशत
सूरत की ब्लाइंड स्कूल का परिणाम 100 प्रतिशत रहा। स्कूल के सभी 16 विद्यार्थी परीक्षा पास करने में सफल रहे।

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