अदाणी ग्रुप 556 करोड़ के निवेश से दहेज में लगाएगा सीमेंट प्लांट
भरुच. अदाणी ग्रुप इंडस्ट्रीयल एरिया दहेज में ५५६ करोड़ के निवेश से सीमेंट ग्राइंडिंग प्लांट लगाएगा। वार्षिक २० लाख मीट्रिक टन की क्षमता वाले इस प्लांट की स्थापना १०.२४७ हैक्टेयर में अदाणी पेट्रोनेट पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के निकट करने की तैयारियां चल रही हैं। इस संदर्भ में शुक्रवार को आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में आसपास के गांवों के लोग मौजूद रहे।
भरुच. अदाणी ग्रुप इंडस्ट्रीयल एरिया दहेज में ५५६ करोड़ के निवेश से सीमेंट ग्राइंडिंग प्लांट लगाएगा। वार्षिक २० लाख मीट्रिक टन की क्षमता वाले इस प्लांट की स्थापना १०.२४७ हैक्टेयर में अदाणी पेट्रोनेट पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के निकट करने की तैयारियां चल रही हैं। इस संदर्भ में शुक्रवार को आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में आसपास के गांवों के लोग मौजूद रहे।
प्लांट की वार्षिक क्षमता बीस लाख मीट्रिक टन
556 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में सूचित प्लांट में बाहर से मंगाए गए क्लिंकर को पीसकर अन्य सामानों को मिलाकर सीमेंट बनाई जाएगी। पास के बिजली प्लांट से उत्पन्न होने वाली एलाय ऐश तथा जिप्सम का उपयोग होगा। शुक्रवार को दहेज में प्रस्तावित प्लांट के लिए जनसुनवाई की गई। इसमें कंपनी द्वारा पर्यावरण व्यवस्थापन योजना के लिए 1480 लाख रुपए का बजट जारी किया गया है।
बैठक में ग्रामीणों ने प्रोजेक्ट में स्थानीय लोगों को नौकरी देने के साथ प्रदूषण का मुद्दा भी उठाया। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि प्रोजेक्ट पूरी तरह से ग्रीन फील्ड है। साथ ही जीरो डिस्चार्ज होने से वायु, जल एवं ध्वनि प्रदूषण की कोई समस्या नहीं होगी। गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में आसपास के गांवों के लोग मौजूद थे।
556 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में सूचित प्लांट में बाहर से मंगाए गए क्लिंकर को पीसकर अन्य सामानों को मिलाकर सीमेंट बनाई जाएगी। पास के बिजली प्लांट से उत्पन्न होने वाली एलाय ऐश तथा जिप्सम का उपयोग होगा। शुक्रवार को दहेज में प्रस्तावित प्लांट के लिए जनसुनवाई की गई। इसमें कंपनी द्वारा पर्यावरण व्यवस्थापन योजना के लिए 1480 लाख रुपए का बजट जारी किया गया है।
बैठक में ग्रामीणों ने प्रोजेक्ट में स्थानीय लोगों को नौकरी देने के साथ प्रदूषण का मुद्दा भी उठाया। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि प्रोजेक्ट पूरी तरह से ग्रीन फील्ड है। साथ ही जीरो डिस्चार्ज होने से वायु, जल एवं ध्वनि प्रदूषण की कोई समस्या नहीं होगी। गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में आसपास के गांवों के लोग मौजूद थे।