औद्योगिक सुरक्षा- इस मामले में देश का पहला राज्य बनेगा गुजरात
औद्योगिक इलाकों में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बनेगा साफ्टवेयर, सरकार के साथ किया एमओयू

भरुच. जिले के विविध औद्योगिक इलाके में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए साफ्टवेयर बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार के साथ एमओयू हो चुका है। एसआरआईटीसी कालेज डाटा एनालिसिस के लिए पीपीपी स्तर पर सीओई सॉफ्टवेयर विकसित करेगा। इस सॉफ्टवेयर से कंपनियों में जानलेवा दुर्घटनाओं से जुड़ी कोई भी जानकारी एक ही क्लिक में लोगों को आसानी से मिल सकेगी।
अंकलेश्वर स्थित एसआरआईसीटी कालेज औद्योगिक इलाके में होने वाली दुर्घटनाओं के कारण खोजकर उन्हें रोकने के लिए विशेष प्रकार के साफ्टवेयर तैयार कर रहा है। 26 जनवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी देश में सबसे पहले बने इस साफ्टवेयर का उद्घाटन करेंगे। इसके लिए कालेज ने सरकार के साथ एमओयू किया है। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रदेश के किसी भी स्थान पर औद्योगिक इकाईयों में किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर उसकी एनालिसिस रिपोर्ट तैयार की जायेगी और उसके आधार पर हादसे की वजह तलाशकर संबंधित कंपनी सहित अन्य कंपनियों के लिए गाइडलाइन जारी की जा सकेगी। एसआरआईसीटी कालेज ने साफ्टवेयर के लिए राज्य की डिश (डाइरेक्टरेट ऑफ इंडस्ट्रीयल सेफ्टी एंड हेल्थ) विभाग के साथ एमओयू किया है।
सीओई सॉफ्टवेयर में यह है खास
एसआरआईसीटी कालेज जो सीओई सॉफ्टवेयर बनाएगा उसमें प्रदेश में कही भी हुई औद्योगिक दुर्घटना की जानकारी दर्ज होगी। घटना किस तरह घटित हुई व इसके कारण सहित अन्य जानकारियों का एनालिसिस कर डेटा तैयार किया जायेगा। इस डेटा में दुर्घटनाओं के निराकरण के उपाय सुझाए जाएंगे।
पीपीपी मॉडल पर तैयार होगा सॉफ्टवेयर
एसआरआईसीटी के वाइस चेयरमैन अशोक पंजवाणी ने कहा कि इस सॉफ्टवेयर ो पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर विकसित किया जायेगा। अपनी तरह का यह देश का पहला प्रोजेक्ट है, जिसका उदघाटन मुख्यमंत्री विजय रुपाणी 26 जनवरी को करेंगे।
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