-इनको मिला है मौका- सूरत की पश्चिम विधानसभा सीट से दो टर्म से विधायक व पूर्व में सचेतक रह चुके पूर्णेश मोदी के साथ-साथ दक्षिण गुजरात के वलसाड जिले की पारड़ी सीट से विधायक कनु देसाई और नवसारी जिले की गणदेवी सीट के विधायक नरेश पटेल को गुरुवार को केबिनेट मंत्री के पद की शपथ लेने का अवसर पार्टी ने दिया है। वहीं, कोरोना काल में सेवा का पर्याय बने सूरत महानगर की मजूरा विधानसभा के युवा विधायक हर्ष संघवी को स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री बनने का मौका मिला है। इनके अलावा ओलपाड सीट के विधायक मुकेश पटेल, कतारगांव सीट के विधायक विनोद मोरडिय़ा व वलसाड जिले की कपराड़ा सीट से गतवर्ष ही उपचुनाव में विधायक बने जीतू चौधरी को राज्यमंत्री का पद दिया गया है।
-सात में से तीन को मिला मंत्री पद- गतवर्ष ही गुजरात की आठ विधानसभा के उपचुनाव सम्पन्न हुए थे और इनमें से सात पर कांग्रेस के विधायक रह चुके नेताओं को ही भाजपा ने टिकट देकर राज्यसभा चुनाव में सहयोग देने के लिए उपकृत किया था। बाद में यह सभी उपचुनाव भी जीत गए और इनमें से भी तीन विधायकों को नए मंत्रिमंडल में जगह देकर पार्टी ने नई रणनीति को सामने रखा है। कभी कांग्रेस के विधायक रहे और बाद में भाजपा में शामिल होकर उपचुनाव जीतने वाले सौराष्ट्र की मोरबी सीट से ब्रिजेश मेरजा, धारी सीट से जेवी काकडिय़ा और दक्षिण गुजरात की कपराड़ा सीट से जीतू चौधरी को गुरुवार को नवगठित प्रदेश की भूपेंद्र सरकार के मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।
-यूं साधा गया है जातिगत व क्षेत्रवार समीकरण- गुजरात सरकार के नवगठित मंत्रिमंडल में गुरुवार को कुल 24 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की है। इसमें 10 केबिनेट, 5 स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री व 9 राज्यमंत्री के रूप में शामिल है। इसमें सौराष्ट्र से आठ, उत्तर गुजरात से तीन, मध्य गुजरात से छह व दक्षिण गुजरात से सात मंत्री पद शामिल किए गए हैं। नए मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरण साधने के लिए 8 पटेल, 2 क्षत्रिय, 2 ब्राह्मण, 1 जैन, 6 ओबीसी, 2 एसी, 3 एसटी वर्ग से शामिल किया गया है।