टोलनाका पहुंचकर दिए गुलाब
बैठक के बाद ट्रांसपोर्टर बगवाड़ा टोलनाका पहुंचे और वहां हड़ताल के बावजूद वाहन लेकर आने वाले चालकों को गुलाब का फूल देते हुए वाहन व्यवहार जारी रखने को उनकी भूल बताया। ट्रक चालकों से उनके मालिकों और ट्रंासपोर्टर्स का नंबर लेकर उन्हें भी हड़ताल को समर्थन करने का अनुरोध किया गया। इस बारे में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से बताया गया है कि प्रेम और शांति से उनकी भूल बताने के लिए गुलाब का फूल दिया गया है। वापी में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से किसी भी वाहन को जबरन नहीं रोका जाएगा।
बैठक के बाद ट्रांसपोर्टर बगवाड़ा टोलनाका पहुंचे और वहां हड़ताल के बावजूद वाहन लेकर आने वाले चालकों को गुलाब का फूल देते हुए वाहन व्यवहार जारी रखने को उनकी भूल बताया। ट्रक चालकों से उनके मालिकों और ट्रंासपोर्टर्स का नंबर लेकर उन्हें भी हड़ताल को समर्थन करने का अनुरोध किया गया। इस बारे में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से बताया गया है कि प्रेम और शांति से उनकी भूल बताने के लिए गुलाब का फूल दिया गया है। वापी में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से किसी भी वाहन को जबरन नहीं रोका जाएगा।
बांटे फूड पैकेट
वापी में कई दिनों से रुके वाहन चालकों को ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से फूड पैकेट भी बांटे गए। करीब तीन सौ फूड पैकेट का वितरण विभिन्न जगहों पर जाकर किया गया। एसोसिएशन के अनुसार कई दिनों से यहां खड़े वाहन चालकों और क्लीनरों को भोजन मुहैया कराने के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं और मदद देने को तैयार हैं।
वापी में कई दिनों से रुके वाहन चालकों को ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से फूड पैकेट भी बांटे गए। करीब तीन सौ फूड पैकेट का वितरण विभिन्न जगहों पर जाकर किया गया। एसोसिएशन के अनुसार कई दिनों से यहां खड़े वाहन चालकों और क्लीनरों को भोजन मुहैया कराने के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं और मदद देने को तैयार हैं।
खाद्यान्न का संकट नहीं
गौरतलब है कि अनाज, सब्जी, दवाओं और फलों समेत दूध की गाडिय़ों को बंद से अलग रखा गया है। इससे अभी तक क्षेत्र में हड़ताल के कारण इनकी कमी होने की कोई समस्या नहीं आई है। कई व्यापारियों ने यह माना कि गाडिय़ों के आने में थोड़ी कमी आई है, लेकिन अभी आपूर्ति लगातार बनी हुई है।
गौरतलब है कि अनाज, सब्जी, दवाओं और फलों समेत दूध की गाडिय़ों को बंद से अलग रखा गया है। इससे अभी तक क्षेत्र में हड़ताल के कारण इनकी कमी होने की कोई समस्या नहीं आई है। कई व्यापारियों ने यह माना कि गाडिय़ों के आने में थोड़ी कमी आई है, लेकिन अभी आपूर्ति लगातार बनी हुई है।
दो दिन बाद हड़ताल में शामिल होंगे नवसारी जिले के ट्रांसपोर्टर
नवसारी. देश भर में पांच दिनों से ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल जारी है। इसके चलते नवसारी जिले में बाहर से आने वाले वाहनों पर रोक लगने से सब्जियों के दामों में उछाल देखा जा रहा है। स्थानीय ट्रांसपोर्टर्स के अभी तक हड़ताल में शामिल नहीं होने से स्थानीय किसानों की सब्जियां बाजार में आ रही हैं। कहा जा रहा है कि दो दिन बाद जिले के ट्रांसपोर्टर भी हड़ताल पर चले जाएंगे। इससे दो हजार वाहनों के पहिए पूरी तरह थम जाएंगे।
डीजल के बढते दाम, वजन प्रणाली में सुधार, टोल टैक्स की समाप्ति समेत तमाम मांगों को लेकर 20 जुलाई से ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल चल रही है। अन्य राज्यों से आने वाली सब्जियों के बंद होने पर उनके दाम में कुछ उछाल देखा जा रहा है, लेकिन स्थानीय किसानों की सब्जियां लगातार बाजार में आ रही हैं। अभी तक अन्य चीजों की कमी नहीं दिख रही है, लेकिन हड़ताल लंबी खिंची तो समस्या बढ़ सकती है। जिला ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी कहा है कि दो दिन में सरकार ने मांग नहीं मानी तो वे भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे।
नवसारी. देश भर में पांच दिनों से ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल जारी है। इसके चलते नवसारी जिले में बाहर से आने वाले वाहनों पर रोक लगने से सब्जियों के दामों में उछाल देखा जा रहा है। स्थानीय ट्रांसपोर्टर्स के अभी तक हड़ताल में शामिल नहीं होने से स्थानीय किसानों की सब्जियां बाजार में आ रही हैं। कहा जा रहा है कि दो दिन बाद जिले के ट्रांसपोर्टर भी हड़ताल पर चले जाएंगे। इससे दो हजार वाहनों के पहिए पूरी तरह थम जाएंगे।
डीजल के बढते दाम, वजन प्रणाली में सुधार, टोल टैक्स की समाप्ति समेत तमाम मांगों को लेकर 20 जुलाई से ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल चल रही है। अन्य राज्यों से आने वाली सब्जियों के बंद होने पर उनके दाम में कुछ उछाल देखा जा रहा है, लेकिन स्थानीय किसानों की सब्जियां लगातार बाजार में आ रही हैं। अभी तक अन्य चीजों की कमी नहीं दिख रही है, लेकिन हड़ताल लंबी खिंची तो समस्या बढ़ सकती है। जिला ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी कहा है कि दो दिन में सरकार ने मांग नहीं मानी तो वे भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे।
बैठक में लिया फैसला
इस बारे में एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह परमार ने बताया कि मंगलवार को हुई बैठक में हड़ताल को लेकर व्यापक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि सालाना रोड टैक्स देने के बाद भी हमसे टोल टैक्स वसूला जाता है जो गलत है। दो दिन में मांग नहीं मानने पर हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया गया।