श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञानयज्ञ सप्ताह झरी मरी माता मंदिर से कथास्थल तक पहुंची पोथी शोभायात्रा
शोभायात्रा के साथ बही श्रीमद्भागवत की ज्ञानगंगा
दमण. शहर में खारीवाड़, अभिषेक मारुति अपार्टमेंट के पास मंगलवार से संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञानयज्ञ सप्ताह का श्रीगणेश हुआ। झरी-मरी माता मंदिर से कलश पोथीयात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में महिलाएं और कन्याएं सिर पर कलश और पोथी लेकर मंगलगान करते हुए चलीं। कथाकार अरुण शास्त्री चित्रकूट वाले भी शोभायात्रा में यजमानों के साथ सम्मिलित होकर कथास्थल तक साथ-साथ चले। कथास्थल पहुंचकर शोभायात्रा संपन्न हुई। कथास्थल पर पोथी पूजा और कथाकार के सत्कार के साथ कथा प्रारंभ हुई।
कथाकार अरुण शास्त्री ने श्रीमद्भागवत का महात्म्य समझाया पहले दिन कथाकार शास्त्री ने श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का महात्म्य समझाया। भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में 13 मार्च को शुकदेव-परीक्षित संवाद, 14 मार्च को ध्रुव चरित्र और भक्त प्रह्लाद चरित्र, 15 मार्च का कृष्ण जन्मोत्सव,16 मार्च को बाल लीला व गोवर्धन पूजा, 17 मार्च को श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह, 18 मार्च को सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष गोलोकगमन कथा प्रसंग होंगे। 19 मार्च को यज्ञ हवन एवं महाप्रसाद तथा शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक भजन संध्या होगी।