जागरण आज, विसर्जन कल
पांच दिवसीय अलुणा व्रत का समापन मंगलवार रात जागरण कार्यक्रम के साथ होगा। आषाढ़ कृष्णपक्ष एकादशी से गौरी व्रत और त्रयोदशी से अलुणा एवं जया-पार्वती व्रत की शुरुआत पिछले दिनों श्रद्धालु किशोरियों एवं युवतियों ने की थी। इस दौरान व्रती कन्याओं, युवतियों एवं नवविवाहिताओं ने रोज सुबह शिवालय जाकर विधि-विधान से माता पार्वती की पूजा-अर्चना, कथा श्रवण और अन्य कार्यक्रमों में भाग लिया। मंगलवार को व्रत की पूर्णाहुति के मौके पर जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। अलूणा व्रत के मौके पर पांच दिवसीय पूजा के दौरान घरों में स्थापित किए गए जवारों का विसर्जन कर व्रत का उद्यापन बुधवार को किया जाएगा।