वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय संबद्ध 11 महाविद्यालयों में हिन्दी के पीजी सेंटर चल रहे हैं। राज्य का बड़ा विश्वविद्यालय होने के बावजूद इसके पास एक भी पीजी महाविद्यालय नहीं है। एक हिन्दी पीजी सेंटर में कम से कम 20 प्राध्यापकों की आवश्यकता है, लेकिन एक भी हिन्दी पीजी सेंटर में 20 प्राध्यापक नहीं हैं। इनमें 5-6 प्राध्यापकों से ही काम चलाया जा रहा है। एक प्राध्यापक को दो से अधिक पीजी सेंटर में पढ़ाने जाना पड़ रहा है। हिन्दी प्राध्यापकों की कमी के कारण हिन्दी में पीजी करने वाले भी कम होते जा रहे हैं।
वर्ष 10वीं 12वीं विज्ञान 12वीं सामान्य
2016 20,960 1,839 10,614
2017 18,342 2,070 12,999
2018 18,665 1,941 11,347 हिन्दी विषय चुनने वाले विद्यार्थी
वर्ष 10वीं 12वीं विज्ञान 12वीं सामान्य
2016 2,26,020 292 91,387
2017 2,16,849 209 86,454
2018 2,62,216 286 1,04,554