बान्द्रा टर्मिनस स्टेशन से शाम ४.१५ बजे २२९३३ बान्द्रा टर्मिनस-जयपुर एक्सप्रेस रवाना हुई थी। इस ट्रेन के सूरत पहुंचने का समय रात ८.३३ बजे का है। ट्रेन के सूरत में एन्ट्री करने के दौरान रोलिंग चेकिंग स्टाफ ने कोच संख्या एस-सात के पहिए से धुआं निकलते और गंध आते हुए देखा। रोलिंग चेकिंग स्टाफ ने तुरंत घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर को दी। स्टेशन मास्टर ने मौके पर पहुंच कर कोच का निरीक्षण किया। उन्होंने घटना की जानकारी स्टेशन डायरेक्टर सी. आर. गरूड़ा, डीसीएमआई गणेश जादव, डीएमई राहुल पांडेय को भी दी। यह सभी लोग भी पहुंच गए और बाद में तय किया गया कि कोच को निकाल दिया जाए। सूरत रेलवे स्टेशन यार्ड में रखे एक द्वितीय श्रेणी शयनयान का एक कोच बान्द्रा टर्मिनस-जयपुर एक्सप्रेस में रिप्लेस किया गया।
दो घंटे खड़ी रही ट्रेन
कोच के जिस पहिए में हॉट एक्सल हुआ था उस पहिए का तापमान २९० डिग्री पहुंच गया था। आम तौर पर पहिए का तापमान ५० से ६० डिग्री और अधिकतम ८० डिग्री होता है। इस घटना के कारण ट्रेन स्टेशन पर करीब पौने दो घंटे तक खड़ी रही। बान्द्रा टर्मिनस-जयपुर एक्सप्रेस को करीब १०.१५ बजे सूरत स्टेशन से रवाना किया गया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हॉट एक्सल तीन प्रकार के होते हैं। पहले में पहिया लाल हो जाता है और उसमें से धुआं निकलने के साथ दुर्गन्ध आती है। दूसरे में आग लग जाती है। जबकि तीसरे में पहिए का बैरिंग पिघल कर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त कर सकता है। बान्द्रा-जयपुर एक्सप्रेस में समय रहते हॉट एक्सल की जानकारी रोलिंग स्टाफ को हो गई थी अन्यथा कोच में बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
चार ट्रेनों के प्लेटफार्म बदले
बान्द्रा-जयपुर एक्सप्रेस में हॉट एक्सल होने के कारण प्लेटफार्म संख्या एक जाम हो गया। इसके बाद पीछे आ रही १२९५३ मुम्बई सेंट्रल-निजामुद्दीन एक्सप्रेस को प्लेटफार्म संख्या दो पर लाने का निर्णय किया गया। इसी तरह कोचीवेल्ली-भावनगर एक्सप्रेस, सयाजी नगरी एक्सप्रेस, मुम्बई सेंट्रल-कच्छ एक्सप्रेस के भी प्लेटफार्म बदले गए। इन ट्रेनों के प्लेटफार्म बदलने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। हालांकि उद्घोषणाओं के जरिए यात्रियों को इन चार ट्रेनों के प्लेटफार्म बदलने की जानकारी दी जा रही थी।
बान्द्रा-जयपुर एक्सप्रेस में हॉट एक्सल होने के कारण प्लेटफार्म संख्या एक जाम हो गया। इसके बाद पीछे आ रही १२९५३ मुम्बई सेंट्रल-निजामुद्दीन एक्सप्रेस को प्लेटफार्म संख्या दो पर लाने का निर्णय किया गया। इसी तरह कोचीवेल्ली-भावनगर एक्सप्रेस, सयाजी नगरी एक्सप्रेस, मुम्बई सेंट्रल-कच्छ एक्सप्रेस के भी प्लेटफार्म बदले गए। इन ट्रेनों के प्लेटफार्म बदलने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। हालांकि उद्घोषणाओं के जरिए यात्रियों को इन चार ट्रेनों के प्लेटफार्म बदलने की जानकारी दी जा रही थी।
दो ट्रेनें आउटर सिग्नल पर लेट हुई रेलवे ने बताया कि बान्द्रा-जयपुर एक्सप्रेस में हॉट एक्सल की घटना के बाद ट्रेनों का परिचलान कुछ देर के लिए बाधित हो गया था। प्लेटफार्म एक पर बान्द्रा-जयपुर एक्सप्रेस के खड़े रहने के कारण कई ट्रेनों के प्लेटफार्म बदले गए। वहीं दो ट्रेनों को आउटर सिग्नल के बाहर काफी देर तक खड़ा रखा गया। मुम्बई सेंट्रल-अहमदाबाद पैसेंजर करीब एक घंटा और उसके पीछे प्रेरणा एक्सप्रेस करीब 45 मिनट तक बीच रास्ते में खड़ी रही थी।
लाइसेंस कुलियों ने की मदद
सूरत स्टेशन डायरेक्टर सी. आर. गरूड़ा ने कोच बदलने का निर्णय करने के बाद यात्रियों को परेशानी न हो, इसके लिए कुछ लाइसेंस कुलियों की मदद ली। उन्होंने डीसीएमआई गणेश जादव से स्टेशन के कुलियों को बुलाने के लिए कहा। इसके बाद कुछ देर में ही पन्द्रह से बीस कुली पहुंच गए और यात्रियों की मदद करने में जुट गए। कोच संख्या एस-सात के सभी यात्रियों को सामान के साथ दूसरे कोच में शिफ्ट करने के लिए लाइसेंस कुलियों ने नि:शुल्क मदद की।
सूरत स्टेशन डायरेक्टर सी. आर. गरूड़ा ने कोच बदलने का निर्णय करने के बाद यात्रियों को परेशानी न हो, इसके लिए कुछ लाइसेंस कुलियों की मदद ली। उन्होंने डीसीएमआई गणेश जादव से स्टेशन के कुलियों को बुलाने के लिए कहा। इसके बाद कुछ देर में ही पन्द्रह से बीस कुली पहुंच गए और यात्रियों की मदद करने में जुट गए। कोच संख्या एस-सात के सभी यात्रियों को सामान के साथ दूसरे कोच में शिफ्ट करने के लिए लाइसेंस कुलियों ने नि:शुल्क मदद की।