कोरोना के मरीजों के अचानक बढ़ जाने से सरकारी न्यू सिविल और स्मीमेर अस्पतालों में जगह की कमी हो रही है। वहीं, जूनियर चिकित्सकों पर भी वर्कलोड बढ़ गया है। न्यू सिविल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने गुरुवार को कोरोना मरीजों को क्वालिटी ट्रिटमेंट और समय में कमी के चलते सामान्य ओपीडी बंद करने की मांग की थी। प्रशासन ने न्यू सिविल अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल घोषित करते हुए सामान्य ओपीडी बंद करने का निर्णय किया।
हालांकि इमरजेंसी इलाज जारी रखा गया है। शुक्रवार को कुछ मरीजों ने डॉक्टर से वार्ड में मिलने की भी जिद्द की। गौरतलब है कि, पिछले साल भी कोरोना मरीज बढऩे पर न्यू सिविल और स्मीमेर अस्पताल में सामान्य ओपीडी बंद कर सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज किया गया था। लेकिन नए कोरोना स्ट्रेन के मरीजों की संख्या करीब एक हजार पहुंचने के बाद ओपीडी बंद की गई है।