आम आदमी पार्टी नेता और शिक्षण समिति के सदस्य पद के प्रत्याशी राकेश हीरपरा ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि कोरोनाकाल में जब लोग आर्थिक संकट में फंसे हुए हैं, निजी स्कूल संचालक अपनी मनमानी कर रहे हैं। बीते करीब सवा साल से स्कूल बंद हैं और कई तरह के खर्च काफी कम हो गए हैं। फिर भी अभिभावकों पर पूरी फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों में शिक्षकों का भी जमकर शोषण होता है। ऐसे में सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यदि स्कूल संचालकों को भी आर्थिक मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है तो उन्हें सरकार से मदद मांगनी चाहिए। हीरपरा ने कहा कि इस आशय का एक ज्ञापन उन्होंने स्कूल गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष को सौंपा है। आने वाले दिनों में प्रदेशभर में कलक्टर और जिला शिक्षा अधिकारियों को भी ज्ञापन सौंपकर अपना पक्ष रखा जाएगा। साथ ही चेतावनी दी कि यदि निजी स्कूलों को ट्यूशन फीस का 50 फीसदी ही वसूलने और शिक्षकों का शोषण रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई तो आम आदमी पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगी। पूर्व पार्षद दिनेश काछडिया भी इस मौके पर मौजूद रहे।