उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने ग्यारह अगस्त के अंक में स्वाइन फ्लू ओपीडी बनी पार्किंग शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके एक सप्ताह बाद भी अस्पताल प्रशासन ने राज्य सरकार का कोई निर्देश नहीं होने की बात कहते हुए ओपीडी शुरू नहीं की थी। मुख्यमंत्री के सामने सवाल उठने पर प्रशासन की पोल खुल गई।
सीटी स्कैन मशीन जल्द
न्यू सिविल अस्पताल में एकमात्र सीटी स्कैन मशीन है, जो पन्द्रह दिन से बंद पड़ी है। इस मशीन की ट्यूब खराब हो गई है, जिसकी लागत करीब चालीस लाख रुपए है। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान मजूरा क्षेत्र के विधायक हर्ष संघवी ने सीटी स्कैन बंद होने की जानकारी देते हुए नई मशीन की मांग की। रूपाणी ने एक सप्ताह के अंदर अस्पताल को नई सीटी स्कैन मशीन उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है।
हाई सिक्यूरिटी मरीजों के लिए बनी मुसीबत
मुख्यमंत्री का काफिला गुरुवार सुबह दस बजे न्यू सिविल अस्पताल परिसर में दाखिल हुआ। इसके बाद पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर रिंगरोड पर न्यू सिविल अस्पताल का मेन गेट वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद कर दिया। सभी वाहनों को मेडिकल कॉलेज के गेट से जाने के निर्देश दिए गए। अस्पताल परिसर में भी पुलिस ने अस्पताल अधीक्षक कार्यालय और पुराने आपातकालीन विभाग के पास स्पेशल वार्ड तक का क्षेत्र सुरक्षित किया था।
मुख्यमंत्री अधिकारियों से बैठक करने अस्पताल अधीक्षक कार्यालय पहुंंचे। इसी क्षेत्र में एक्स-रे, सोनोग्राफी आदि की सुविधा मिलती है। पुलिस के आला अधिकारियों ने एक घंटे के लिए किसी को रेडियोलॉजी विभाग में नहीं जाने दिया। गर्भवती महिला अंकिता को गायनेक ओपीडी से सोनोग्राफी करवाने के लिए भेजा गया, लेकिन हाई सिक्यूरिटी के कारण डेढ़-दो घंटे तक उसे ओपीडी में जाने नहीं दिया गया।
एक और मौत, ७ नए मरीज मिले
सूरत. शहर में स्वाइन फ्लू से गुरुवार को पूणागांव क्षेत्र निवासी आठ माह के बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई। इसके अलावा सात नए पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही शहर में स्वाइन फ्लू के ृमरीजों की संख्या १3४ हो गई है। इनमें से चौदह की मौत हो चुकी है। सूरत जिले में गुरुवार को स्वाइन फ्लू के तीन पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। ओलपाड क्षेत्र निवासी दो जनों तथा कड़ोदरा क्षेत्र निवासी एक जने को स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए भर्ती कराया गया। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।