पुलिस के मुताबिक पहली घटना पौने एक बजे रोकडिय़ा हनुमान मंदिर के निकट स्वराज नगर में हुई। पांडेसरा सांईबाबा सोसायटी निवासी कनु मकवाणा अपने मित्र सनुभाई के साथ वहां से गुजर रहे थे। उस दौरान गुड्डू पांडे, सूरज, काऊ व विकास नाम के चार युवकों ने पौने एक बजे जबरन उनकी मोटरसाइकिल रोकी।
चाकू निकाल कर गरदन पर लगा दिया। उसके बाद मोबाइल, सोने की अंगूठी लूट ली। पुलिस शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी और मोटरसाइकिलों पर फरार हो गए। पन्द्रह मिनट बाद ही उन्होंने पांडेसरा जीआइडीसी में भोजनालय चलाने वाले वडोद आशीर्वाद नगर निवासी शिवबाबू एवं मनोहर मिश्रा को शिकार बनाया। दोनों से एक हजार रुपए नकद एवं एक मोबाइल फोन लूट लिया। शिवबाबू ने विरोध किया तो उसकी जांघ में चाकू मार दिया और भाग निकले।
सवा घंटे बाद उन्होंने अपने दो और साथियों चंदन एवं मनीष के साथ मिलकर मणिनगर सोसायटी निवासी दिवाकर महतो एवं उसके पड़ोसी जयराम पटेल के घर पर धावा बोला। दरवाजा खटखटाने पर जैसे ही दिवाकर ने दरवाजा खोला सभी धारदार हथियार लेकर अंदर घुस गए। उन्होंने कहा कि ‘ज्यादा शोर किया तो काट दूंगा’ और घर से फिर घर में चावल के डिब्बे में रखे चार हजार रुपए, पत्नी सुनीता का सोने का मंगलसूत्र, नथनी, चांदी की पायल जबरन उतरवा ली। उन्होंने दिवाकर व उसके भांजे प्रियम को जख्मी कर ५३ हजार २०० रुपए का सामान लूटा तथा पड़ोसी जयराम के घर से १३ हजार २०० रुपए लूट कर फरार हो गए।