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स्काउट के नाम पर अभिभावकों के पास से स्कूल ने जेब भरने का ढूंढा अनोखा तरीका !

locationसूरतPublished: Oct 26, 2021 08:10:46 pm

- अभिभावक ने आरोप लगाया कि स्कूल संचालकों ने स्काउट प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 2500 और पंजीकरण के 6000 हजार अभिभावकों से मांगे
- स्कूल से रसीद मांगने पर अभिभावक से की बदसलूकी, स्कूल के खिलाफ डीईओ को शिकायत

स्काउट के नाम पर अभिभावकों के पास से स्कूल ने जेब भरने का ढूंढा अनोखा तरीका !
स्काउट के नाम पर अभिभावकों के पास से स्कूल ने जेब भरने का ढूंढा अनोखा तरीका !
सूरत.
वराछा स्थित जॉयस प्राइमरी स्कूल ने जेब भरने के लिए स्काउट के नाम पर अभिभावकों से पैसे मांगने का अनोखा तरीका अपनाया है। अभिभावक ने स्कूल पर आरोप लगाया कि स्काउट प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के नाम पर विद्यार्थियों से 2500 और पंजीकरण के लिए 6000 रुपए मांगे। इसकी रशीद मांगने पर स्कूल संचालक ने अभिभावक के साथ बदसलूकी की। साथ में विद्यार्थी को स्काउट से बाहर भी निकाला दिया। स्कूल के रवैए से आहत हुए अभिभावक ने इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत की है।
शहर के कई निजी स्कूलों ने शिक्षा को व्यापार बना दिया है। तरह तरह की फीस के बहाने अभिभावकों से लाखो रुपए वसूल किए जा रहे हैं। जिसकी कोई रशीद भी नहीं दी जाती है। रशीद नहीं होने पर वसूला गया सीधा पैसा संचालकों की जेब में चला जाता है। ऐसा ही एक मामला वराछा स्थित जॉयस प्राइमरी स्कूल का प्रकाश में आया है। स्कूल स्काउट के नाम पर अभिभावकों से पैसे वसूल रहा है। अभिभावक ने बताया की स्कूल ने 20 से 25 बच्चों की एक सूचि बनाई। इन बच्चों को अहमदाबाद में स्काउट की एक प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए तैयार किया। फिर इन विद्यार्थियों 10 से 15 दिन सभी को प्रशिक्षण दिया। अब अहमदाबाद आने जाने और खाने के लिए 2500 रुपए फीस मांगी। 2500 रुपए देने के लिए तैयार हो गए। फिर अचानक प्रतियोगिता के लिए प्रति विद्यार्थी अतिरिक्त 6000 रुपए मांगे गए। तब स्कूल से इसकी राशिद मांगी गई। राशिद मांगे जाने पर स्कूल संचालकों का रवैया बदल गया। स्कूल पर बुलाकर उन्हें अपमानित किया गया। 10-15 दिनों से प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे बच्चे को बाहर कर दिया गया। इस वजह से बच्चा मानसिक तनाव का शिकार हो गया है।
- विद्यार्थी की भावना से खेल
अभिभावक ने आरोप लगाया की स्कूल स्काउट और खेल के नाम पर पैसे वसूल कर रहा है। इसकी राशिद भी नहीं देता है। पूछने पर विद्यार्थी के खिलाफ कारवाई करता है। तरह तरह के बहाने से पैसे वसूले जा रहे है। पूछने पर विद्यार्थी को खेल से बाहर कर उसकी और अभिभावक की भावना से खेला जा रहा है। जो आगे जाकर बच्चे के लिए बड़ी समस्या बन जाएगी।
- डीईओ से की शिकायत
अभिभावक ने बताया कि स्कूल के बर्ताव के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) से शिकायत की गई है। बच्चों की भावना के साथ जो खेल खेला गया है वो उचित नहीं है। डीईओ को इस मामले में कारवाई करने की गुजारिश की गई है।
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