मनपा में वर्ग दो, तीन और चार कर्मचारियों में तीन सौ से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और करीब दस जनों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। संक्रमित होने पर कर्मचारियों को होम आइसोलेशन पर रखा जा रहा है और स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर ही अस्पताल में भर्ती किया जाता है। मनपा प्रशासन ने शहर में करीब 45 अस्पतालों के साथ कोरोना के इलाज के लिए एमओयू किया है।
सुधराई संघ ने सभी मनपा कर्मचारियों को जो संक्रमित होकर होम आइसोलेशन पर हैं, तबियत बिगडऩे पर इन अस्पतालों में सीधा भर्ती होने को मंजूरी की मांग की है। संघ के मुताबिक ऐसे लोग अपनी सर्विस डायरी लेकर अस्पतालों में जाएं तो डिपॉजिट जमा कराए बगैर ही उनका इलाज शुरू किया जाना चाहिए। इसके साथ ही 50 से अधिक उम्र वाले कोमोरबिड कर्मचारियों को कोरोना के फील्डवर्क से हटाकर दूसरे कामों में ड्यूटी लगाने की मांग की थी।
अपनी मांगों के समर्थन में संघ सदस्यों ने मंगलवार को सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक धरना दिया। संघ अध्यक्ष मोहम्मद इकबाल मनपा शेख ने बताया कि उनकी कर्मचारियों को अस्पताल में बिना डिपॉजिट इलाज की मांग पर मनपा प्रशासन सैद्धांतिक रूप से सहमत है। अधिकारियों ने इसका नोटिफिकेशन भी तैयार कर लिया है। मनपा आयुक्त के दस्तखत के बाद मनपा कर्मचारियों के लिए अस्पतालों में संक्रमण का इलाज आसान हो जाएगा।