स्विमिंग पूल में डूबने से हर्ष पोद्दार की मौत के बाद पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। गुरुवार को पुलिस ने हर्ष की मां पूजा पोद्दार के बयान के आधार पर इंस्ट्रक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। पुलिस के मुताबिक तैराना सीख रहे बच्चों को स्विमिंग पूल में उतारते वक्त उन्हें जरूरी सुरक्षा उपकरण पहनाने तथा बच्चों पर नजर रखने की जिम्मेदारी इंस्ट्रक्टरों की होने के बावजूद हर्ष को स्विमिंग पूल में उतारते वक्त इंस्ट्रक्टरों ने उसे थर्मोकॉल फ्ल्युट नहीं पहनाया था। गौरतलब है कि वीआईपी रोड नंदनवन-2 निवासी पीकेश भवरलाल पोद्दार के पुत्र हर्ष (11) को तैरना सीखने के लिए न्यू सिविल अस्पताल रोड के कापडिय़ा हेल्थ क्लब में दाखिला करवाया गया था। मंगलवार शाम हर्ष स्विमिंग पूल में तैरना सीख रहा था, तभी डूबने से उसकी मौत हो गई थी।
सभी से होगी पूछताछ
फिलहाल प्राथमिकी में किसी इंस्ट्रक्टर को नामजद नहीं किया गया है। यहां के सभी इंस्ट्रक्टरों से पूछताछ की जाएगी। घटना के वक्त कौन इंस्ट्रक्टर मौजूद थे और सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने तथा हर्ष पर ध्यान रखने की किसकी जिम्मेदारी थी, इसकी जांच की जाएगी।
फिलहाल प्राथमिकी में किसी इंस्ट्रक्टर को नामजद नहीं किया गया है। यहां के सभी इंस्ट्रक्टरों से पूछताछ की जाएगी। घटना के वक्त कौन इंस्ट्रक्टर मौजूद थे और सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने तथा हर्ष पर ध्यान रखने की किसकी जिम्मेदारी थी, इसकी जांच की जाएगी।
एच.आर.ब्रह्मभट्ट, निरीक्षक, खटोदरा थाना
मामला दर्ज होने के बाद परिजन शव लेकर गए
स्विमिंग पूल में डूबने से हर्ष पोद्दार की मौत के बाद गुरुवार सुबह खटदोरा पुलिस ने उसके शव का न्यू सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया, लेकिन परिजनों ने जिम्मेदारों के खिलाफ मामला दर्ज होने तक शव ले जाने से इनकार कर दिया। परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचाया और मामला दर्ज होने के बाद ही शव ले जाने की बात पर अड़े रहे। परिजनों ने पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा से भी कार्रवाई के लिए गुहार लगाई। आखिरकार दोपहर डेढ़ बजे खटादरा पुलिस ने हर्ष की मां पूजा पोद्दार के बयान के आधार पर कापडिय़ा हेल्थ क्लब के इंस्ट्रक्टरों के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया। उसके बाद परिजन हर्ष का शव ले गए।