महोत्सव में हवा में उड़ता लंबी पूंछ वाला ड्रैगन भी लोगों के लिए अचरजभरा रहा। लोगों ने पतंगबाजों का उत्साह बढ़ाया।
महोत्सव के दौरान आसमान में ड्रेगन, फिश, डेल्टा, कार्टून, क्वीन, नेबिला, रिवोल्यूशन जैसी बड़ी और अद्भुत पतंगों का जाल बिछा।
देश-विदेश के सवा सौ से अधिक पतंगबाजों ने अंगुली के इशारे से पतंगों को आसमान की सैर कराई।
पतंगबाजी के दौरान एक पतंगबाज ने भारत समेत विभिन्न्न देशों के ध्वजों को प्रतीक रूप में एक ही डोर से जोड़ दिया।
आसमान में नाचती पतंगे अलग ही समां बांध रही थीं।
फ्रांस, नेपाल, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, रशिया, सिंगापुर, स्लोवेनिया, स्पेन, श्रीलंका, थाईलैंड, ट्यूनेशिया, यूक्रेन, यूके और यूएसए समेत विभिन्न देशों और भारत के तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, बिहार, लक्षद्वीप, कर्नाटक, सिक्कित से भी पतंगबाज सूरत आए थे।