मिशन एडमिशन: एमबीए – एमसीए की रिक्त सीटों को भरना हो गया मुश्किल
सूरतPublished: Oct 15, 2021 01:23:57 pm
– रिक्त सीटों को भरने के लिए प्रवेश समिति को री-शेड्यूल करनी पड़ी प्रवेश प्रक्रिया- सरकारी और अनुदानित कॉलेज को भी नही मिल रहे है विद्यार्थी, राज्यभर में एमबीए – एमसीए की हजारों सीट पड़ी है रिक्त है
मिशन एडमिशन: एमबीए – एमसीए की रिक्त सीटों को भरना हो गया मुश्किल
सूरत.
सूरत के साथ पूरे राज्य में एमबीए – एमसीए की हजारों सीट रिक्त पड़ी है। इन रिक्त सीटों को भरने के लिए संचालकों की ओर से प्रवेश समिति को कड़े प्रयास करने की गुहार लगाई जा रही है। इसलिए प्रवेश समिति को रिक्त सीटों को भरने के लिए प्रवेश प्रक्रिया को री- शेड्यूल करना पड़ा है। प्रवेश समिति ने प्रवेश प्रक्रिया को नई तिथि घोषित की है।
राज्य के एमबीए – एमसीए कॉलेज में रिक्त पड़ी सीटों को भरना काफी कठिन हो गया है। रिक्त सीटों की संख्या देख लग रहा है की विद्यार्थियों को इन पाठ्यक्रमों में कोई रुचि नहीं रही है। स्थिति ऐसी है की सरकारी और अनुदानित कॉलेजों की भी सीटें रिक्त पड़ी हुई है। इन रिक्त सीटों को भरने के लिए दो बार प्रवेश राउंड का किया आयोजन किया गया। फिर भी प्रवेश समिति को निराशा ही हाथ लगी हैं। संचालकों की ओर से रिक्त सीटों को भरने के लिए गुहार लगाई जा रही है। इसलिए एडमिशन कमिटी फोर प्रोफेशनल कोर्स ने फिर एक बार प्रवेश प्रक्रिया की घोषणा की है। निजी कॉलेजों को सीट भरने के लिए 1 अक्टूबर तक का समय तय किया गया था। लेकिन रिक्त सीटों की स्थिति देख 5 अक्टूबर तक समय बढ़ा दिया गया है। 6 से 8 अक्टूबर तक मेरिट में होने वाले विद्यार्थियों को कॉलेज पसंद करने का निर्देश दिया है। इसके बाद 12 अक्टूबर को निजी, सरकारी और अनुदानित कॉलेज की रिक्त सीटों की संख्या जारी की जाएगी। विद्यार्थियों को फीस भरने के लिए 14 अक्टूबर तक का समय दिया गया है। राजयभर में एमबीए और एमसीए की कुल 16264 सीटें है। प्रवेश के पहले राउंड में सिर्फ 2427 विद्यार्थियों ने ही प्रवेश लिए 13837 रिक्त रह गई। इन रिक्त सीटों को भरने के लिए प्रवेश का दूसरा राउंड आयोजित किया गया। फिर भी राज्यभर में हजारों सीट रिक्त पड़ी हुई है। दक्षिण गुजरात में एमबीए की 971 और एमसीए की 790 सीट खाली रह गई है। इन्हें भरना संचालकों के लिए चिंता का विषय बन गया है। अब देखना है की प्रवेश की नई तिथि जारी करने के बाद कितने विद्यार्थी प्रवेश लेते है और कितनी सीट खाली रह जाती है।
—