राकेश कंसल ने बताया कि 13 से 15 अक्टूबर के दौरान गोवत्स राधाकृष्ण महाराज नानीबाई रो मायरो सुनाएंगे। प्रति दिन सायं 7.30 बजे से रात्रि 10.30 बजे तक मायरो का आयोजन होगा।
सायंकाल 5 बजे से 7 बजे तक 52 गोमाताओं का पूजन किया गया। राजकुमार सराफ, श्रवण बजाज, अरुण पाटोदिया, हरि कानोडिया, जनक कांची, नन्दलाल उपाध्याय, रामरतन भूतड़ा, कमल मस्करा सहित 108 जोड़ों ने विधि विधान से गो माता का पूजन किया। गोमाता के अंगों में विराजित देवताओं का पूजन कर गोमाता के 1008 नाम से गोग्रास के रूप में आहुति दी गई।