scriptमुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में तू जरा हिम्मत तो कर | It is not difficult in some world, if you dare | Patrika News

मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में तू जरा हिम्मत तो कर

locationसूरतPublished: Mar 08, 2019 10:06:05 pm

Submitted by:

Sunil Mishra

पैरों से 12वीं की परीक्षा दे रही दिव्यांग सैफल जोगाणी संगीत में बनाना चाहती है करियर विश्व महिला दिवस पर दिव्यांग परीक्षार्थी को डीइओ ने किया सम्मानित

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मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में तू जरा हिम्मत तो कर

नवसारी. मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में तू जरा हिम्मत तो कर,
ख्वाब बदलेंगे हकीकत में तू जरा कोशिश तो कर।
आंधियां सदा चलती नहीं, मुश्किलें सदा रहती नहीं,
मिलेगी तुझे मंजिल तेरी, बस तू जरा कोशिश तो कर।
कइयों के जीवन में कई चीजों का अभाव होता है। इसके बावजूद अपनी हिम्मत और लगन से लोग आगे बढ़ जाते हैं। ऐसे ही शिक्षा पाने की इच्छा रखने वाली नवसारी की दिव्यांग सैफल जोगाणी ने हाथों के अभाव में पैरों को ही अपने जीने का सहारा बनाया और बगैर किसी की मदद के 12वीं की परीक्षा दे रही है। उसे नवसारी जिला शिक्षा अधिकारी ने विश्व महिला दिवस पर सम्मानित कर सफलता की शुभकामनाएं दी।
जन्म से हाथ होते हुए भी हाथों का उपयोग नहीं कर पाई दिव्यांग सैफल जोगाणी की शिक्षा पाने की कहानी एक मिसाल है। बचपन में स्कूल नहीं गई सैफल को शिक्षा की ललक थी। इसके कारण उसने हाथों के अभाव में अपने पैरों को अपना सहारा बनाया। वहीं, उसकी माता ने भी उसे आगे बढऩे एवं पढऩे के लिए प्रोत्साहित किया। इसके कारण सैफल ने सीधे कक्षा 7 में प्रवेश लेकर अच्छा प्रदर्शन किया था। बाद में कक्षा नौवीं में प्रवेश के समय माता-पिता हार चुके थे और उसे आगे पढऩे से रोकना चाहते थे, लेकिन सैफल की इच्छा के आगे विवश हो गए। उसी दौरान नगरपालिका संचालित नवसारी नगरपालिका हाइस्कूल के आचार्य ने सैफल और उसके परिवार की मुश्किल समझी और उन्हें हौंसला दिया। साथ ही सैफल को स्कूल में प्रवेश देकर उसके पढऩे की सारी व्यवस्थाओं का भी ध्यान रखा। खास कर सैफल को वर्गखंड में नीचे बैठने की विशेष व्यवस्था कर दी। इसके परिणाम स्वरूप सैफल ने दसवीं की परीक्षा पास की और अब 12वीं सामान्य प्रवाह में परीक्षा दे रही है। शुक्रवार को सैफल जोगाणी का प्रथम इतिहास विषय का पेपर नवसारी से सटे चोवीसी गांव स्थित चोवीसी हाईस्कूल में था। दिव्यांग सैफल को पैरों से परीक्षा देते देख शाला के निरीक्षक और आचार्य भी गौरवान्वित हुए।
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जिला शिक्षाधिकारी ने सैफल को प्रोत्साहित किया

उधर, विश्व महिला दिवस के कार्यक्रम के दौरान जिला शिक्षाधिकारी आरएम चौधरी को सैफल जोगाणी के बारे में पता चलते ही वे तुरंत चोवीसी हाइस्कूल पहुंचे। यहां उन्होने सैफल को प्रोत्साहित किया और परीक्षा पूरी होने के बाद उसे फूल व गिफ्ट देकर सम्मानित किया। अपनी कमजोरियों के बावजूद पैरों को हाथ बनाकर आगे बढ़ रही सैफल को जिला शिक्षाधिकारी चौधरी ने सफलता की शुभकामनाएं दी। उधर सैफल ने भी कभी हार न मानने का संदेश देते हुए आगे भी पढऩे और संगीत में करियर बनाने की इच्छा जताई।
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