जानकारी के अनुसार शनिवार रात आरोपी आचार्य शांतिसागर महाराज से पूरी घटना के बारे में थाने में पूछताछ की गई। उसके बाद न्यू सिविल अस्पताल में उनका मेडिकल करवाया गया। फोरेन्सिक जांच के लिए उनके बाल, नाखून इत्यादि के नमूने लिए गए। देर रात उन्हें न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया। पुलिस की ओर से रिमांड की मांग नहीं किए जाने पर न्यायालय ने उन्हें न्यायिक हिरासत में लाजपोर जेल भेज दिया। उल्लेखनीय है कि वड़ोदरा की १९ वर्षीय युवती ने शुक्रवार को दिगम्बर जैन समाज के आचार्य शांतिसागर महाराज पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए अठवा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। आरोप है कि आचार्य ने १ अ?टूबर की शाम विशेष जाप के लिए एकांत में बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
इस बारे में किसी से जिक्र नहीं करने के लिए उ?होंने युवती को धमकाया था, लेकिन बाद में युवती ने अपने अभिभावकों को इस बारे में बताया और थाने पहुंची।
समाज ने कहा- साजिश के तहत फंसाया जा रहा है
दिगम्बर जैन समाज के अग्र?िायों का कहना है कि आचार्य निर्दोष हैं। उ?हें सोची-समझी साजिश के तहत फंसाया जा रहा है, लेकिन देश के ?याय तं?ा में हमारा पूरा भरोसा है। मामले की निष्पक्ष जांच के बाद सच समाने आ जाएगा। फिर चाहे फैसला आचार्य के पक्ष में आए या युवती के पक्ष में, हमें स्वीकार होगा।
जांच सही दिशा में
आरोपी आचार्य से पूछताछ में ?या सामने आया, यह मैं नहीं बता सकता, लेकिन जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। पोटेंसी टेस्ट बाकी है। जरूरत पडऩे पर कोर्ट से अनुमति लेकर यह टेस्ट करवाएंगे।डी.के. राठौड़, अठवा लाइंस थाना प्रभारी