https://www.patrika.com/surat-news/police-repulsed-traders-deposited-on-check-post-6113137/ हवाओं के साथ बरसात का दौर जारी
वापी. वापी में तेज हवाओं के साथ गुरुवार को भी बरसात हुई। इससे पूरा तापमान में गिरावट आ गई। सुबह में बादल छाए रहे, लेकिन कुछ देर बाद धूप निकल गई। शाम को अचानक धूल भरी आंधी शुरू हो गई है और आसमान में काले घने बादल छा गए। कुछ देर में ही बरसात भी शुरू हो गई। शाम करीब साढ़े पांच बजे से बरसात होने लगी। कई इलाकों की बिजली भी चली गई थी और करीब दो से तीन घंटे तक लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
वापी. वापी में तेज हवाओं के साथ गुरुवार को भी बरसात हुई। इससे पूरा तापमान में गिरावट आ गई। सुबह में बादल छाए रहे, लेकिन कुछ देर बाद धूप निकल गई। शाम को अचानक धूल भरी आंधी शुरू हो गई है और आसमान में काले घने बादल छा गए। कुछ देर में ही बरसात भी शुरू हो गई। शाम करीब साढ़े पांच बजे से बरसात होने लगी। कई इलाकों की बिजली भी चली गई थी और करीब दो से तीन घंटे तक लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
https://www.patrika.com/hot-on-web/cyclone-nisarga-caused-heavy-damage-in-many-areas-of-mumbai-6161403/ तूफान का खतरा टलने पर लोग लौटे घरों में
खेरगाम. नवसारी जिले से निसर्ग तूफान का खतरा टलने पर गुरुवार को लोग घरों में लौट आए। तूफान की संभावना के कारण प्रशासन ने अमलसाड के भाट गांव को पूरा खाली करवा कर लोगों को सरीखुर्द की आरएन नायक स्कूल तथा बिलीमोरा तथा बावरी गांव के लोगों को मेंधर गांव की हाइस्कूल में ठहराया था। इसके अलावा भी तटीय इलाके के कई गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था। बुधवार की रात निसर्ग तूफान निकल जाने से लोगों ने राहत की सांस ली। इसके बाद गुरुवार को लोग घर लौट आए। कलक्टर ने बताया कि कुछ जगहों पर पेड़ों के गिरने के अलावा कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
खेरगाम. नवसारी जिले से निसर्ग तूफान का खतरा टलने पर गुरुवार को लोग घरों में लौट आए। तूफान की संभावना के कारण प्रशासन ने अमलसाड के भाट गांव को पूरा खाली करवा कर लोगों को सरीखुर्द की आरएन नायक स्कूल तथा बिलीमोरा तथा बावरी गांव के लोगों को मेंधर गांव की हाइस्कूल में ठहराया था। इसके अलावा भी तटीय इलाके के कई गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था। बुधवार की रात निसर्ग तूफान निकल जाने से लोगों ने राहत की सांस ली। इसके बाद गुरुवार को लोग घर लौट आए। कलक्टर ने बताया कि कुछ जगहों पर पेड़ों के गिरने के अलावा कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।