अमरनाथ यात्रियों की बचाई थी जान
पिछले साल अमरनाथ यात्रा के दौरान गुजरात के यात्रियों की बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। बस ड्राइवर सलीम ने जान की बाजी लगाकर कई यात्रियों की जान बचाई थी। उसकी इस बहादुरी के लिए गुजरात सरकार ने उसका नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजने की घोषणा की थी।
पिछले साल अमरनाथ यात्रा के दौरान गुजरात के यात्रियों की बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। बस ड्राइवर सलीम ने जान की बाजी लगाकर कई यात्रियों की जान बचाई थी। उसकी इस बहादुरी के लिए गुजरात सरकार ने उसका नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजने की घोषणा की थी।
राष्ट्रपति ने की थी उत्तम जीवन रक्षा पदक की घोषणा
24 जनवरी को राष्ट्रपति ने विभिन्न पुरस्कारों की घोषणा की। इनमें सलीम का नाम उत्तम जीवन रक्षा पदक के लिए घोषित किया गया। घोषणा के बावजूद गुजरात सरकार और प्रशासन इससे अनभिज्ञ रहा तथा 26 जनवरी को किसी ने सलीम का सम्मान करने की सुध नहीं ली। मीडिया के जरिए सलीम को इसकी जानकारी तो मिली, लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई सूचना नहीं मिलने पर वह असमंजस में था।
24 जनवरी को राष्ट्रपति ने विभिन्न पुरस्कारों की घोषणा की। इनमें सलीम का नाम उत्तम जीवन रक्षा पदक के लिए घोषित किया गया। घोषणा के बावजूद गुजरात सरकार और प्रशासन इससे अनभिज्ञ रहा तथा 26 जनवरी को किसी ने सलीम का सम्मान करने की सुध नहीं ली। मीडिया के जरिए सलीम को इसकी जानकारी तो मिली, लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई सूचना नहीं मिलने पर वह असमंजस में था।
…आखिर केन्द्र सरकार ने पत्र भेज कर दी जानकारी
उत्तम जीवन रक्षा पदक की घोषणा के बावजूद सलीम को इसकी अधिकृत तौर पर कोई जानकारी नहीं थी। इस दौरान उसने सोमवार को शहीदों के परिवार के लिए 11 हजार रुपए का दान दिया था। सलीम के सम्मान के बारे में राजस्थान पत्रिका में लगातार खबरें प्रकाशित की गईं। आखिरकार मंगलवार को सलीम के हाथों में पुरस्कार की जानकारी वाला लिफाफा पहुंचा। केन्द्र सरकार के गृह सचिव की ओर से उसे भेजे गए पत्र में बताया गया कि उत्तम जीवन रक्षा पदक के लिए राष्ट्रपति की ओर से आपके नाम का चयन किया गया है। जल्द ही जम्मू-कश्मीर सरकार उसे मेडल, प्रमाण पत्र और पुरस्कार की राशि प्रदान करेगी।