scriptOMG : अकेले किरण अस्पताल में म्यूकॉरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के 70 मरीज भर्ती, 75 वैटिंग में | Kiran Hospital alone admitted 70 patients of Mucoramycosis,75 in Waiti | Patrika News

OMG : अकेले किरण अस्पताल में म्यूकॉरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के 70 मरीज भर्ती, 75 वैटिंग में

locationसूरतPublished: May 14, 2021 01:05:12 pm

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

– जरुरतमंद 25 मरीजों को अस्पताल की ओर से उपचार के लिए एक-एक लाख की सहायता राशि दी
– 25 patients in need from the hospital for the treatment amount of one lakh each

OMG : अकेले किरण अस्पताल में म्यूकॉरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के 70 मरीज भर्ती, 75 वैटिंग में

OMG : अकेले किरण अस्पताल में म्यूकॉरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के 70 मरीज भर्ती, 75 वैटिंग में

सूरत. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में उपचार के बाद शहर में बड़ी संख्या में गंभीर मरीज म्यूकॉरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) का शिकार हो रहे हैं। अकेले किरण अस्पताल में इस रोग ग्रसित 70 मरीज भर्ती हैं और करीब 75 वेटिंग में हैं।
अस्पताल के चेयरमैन व पद्मश्री मथुर सवाणी ने बताया कि इस गंभीर बीमारी के उपचार के लिए डॉक्टरों की टीम बनाई गई है। जो आंखों व प्लास्टिक सर्जरी लेकर विभिन्न तरह के विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल है। इस टीम द्वारा प्रतिदिन 7-8 ऑपरेशन किए जा रहे हंै।
अभी तक 20 मरीजों को ऑपरेशन के बाद छुट्टी दी गई है। इनमें सूरत के अलावा अन्य शहरों के मरीज भी शामिल है। इस खतरनाक बीमारी में मरीज को सर्जरी के बाद 45 दिन में 180 इंजेक्शन लगाने पड़ते है। जिसका खर्च भी अधिक होता है।
ऐसे में पहले सप्ताह कम आय वाले जरुरतमंद 25 मरीजों का चयन कर उन्हें एक एक लाख रुपए की सहायता दी गई है। अस्पताल प्रबंधन ने ऐसे मरीजों की मदद करने का निर्णय किया है और इसके लिए एक करोड़ से अधिक की राशि आवंटित की है।
हर सप्ताह ऐसे मरीजों का चयन किया जाएगा। इसके अलावा अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा इस गंभीर बीमारी के प्रति विभिन्न माध्यमों के मरीजों के परिजनों को जानकारी दी जा रही है।
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चाइल्ड प्रोटेक्शन सोसायटी ने की पहल

सूरत. कोरोना संक्रमण की वजह यदि नाबालिग बच्चों के माता पिता की मौत हो गई हो या वे उनसे अलग होकर निराधार हो गए हो तो 100 नम्बर पर पुलिस या 1098 पर चाइल्ड हेल्पलाइन का संपर्क करे। गुजरात स्टेट चाइल्ड प्रोटेक्शन सोसायटी गांधीनगर ने ऐसे बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। उन्हें सभी तरह की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। यदि ऐसे बच्चों के किसी एक अभिभावक की मौत हुई हो या वे उनसे अलग हो गए हो तो उन्हें भी सुविधा दी जाएगी।
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