नवसारी के किसान बुलेट ट्रेन का विरोध जोर-शोर से कर रहे हैं। गुजरात खेडूत समाज ने बुलेट ट्रेन के विरोध में संपर्क यात्रा शुरू की है, जो सोमवार को गणदेवी के माणेकपोर पहुंची। जहां अग्रणियों ने जिले के किसानों के साथ बैठक की। इसमें कांग्रेस से राज्यसभा सांसद एमी याज्ञिक और बुलेट ट्रेन के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने वाले वकील आनंद याज्ञिक भी मौजूद थे।
कुछ दिन पहले ही बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट पर अधिकारियों के साथ नवसारी के किसानों की बैठक में मुआवजे को लेकर बात नहीं बनी थी। इसके बाद
किसानों ने जमीन देने से मना कर दिया। 19 जून को जमीन न देने की घोषणा करते हुए किसानों ने कलक्टर और संबंधित अधिकारियों को अपनी आपत्ति ज्ञापन देकर जताई थी।
गुजरात खेडूत समाज द्वारा बुलेट ट्रेन परियोजना के विरोध में गांव-गांव जाकर प्रभावित होने वाले किसानों को संगठित किया जा रहा है। सोमवार को माणेकपोर पहुंची यात्रा में तीन सौ से ज्यादा किसान मौजूद थे। किसानों के साथ इस प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा हुई। वकील आनंद याज्ञिक ने बुलेट ट्रेन को जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका द्वारा किए गए परमाणु विस्फोट के समान बताया। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन विकास की गाथा नहीं है, यह 192 गांवों के किसानों को तहस नहस करने वाली है। गुजरात सरकार ने केन्द्र सरकार के द्वारा लागू जमीन अधिग्रहण में बदलाव कर किसानों के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार केन्द्र सरकार के जमीन अधिग्रहण कानून के तहत मुआवजा देगी तब गुजरात सरकार ऐसा क्यों नहीं कर सकती। दो राज्यों के लिए अलग-अलग कानून नही चलेगा। उन्होंने कहा कि 192 गांवों के प्रभावित किसानों से बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट के विरोध में एफिडेविट करवाकर जापान सरकार को भेजा जाएगा।
कुछ दिन पहले ही बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट पर अधिकारियों के साथ नवसारी के किसानों की बैठक में मुआवजे को लेकर बात नहीं बनी थी। इसके बाद
किसानों ने जमीन देने से मना कर दिया। 19 जून को जमीन न देने की घोषणा करते हुए किसानों ने कलक्टर और संबंधित अधिकारियों को अपनी आपत्ति ज्ञापन देकर जताई थी।
गुजरात खेडूत समाज द्वारा बुलेट ट्रेन परियोजना के विरोध में गांव-गांव जाकर प्रभावित होने वाले किसानों को संगठित किया जा रहा है। सोमवार को माणेकपोर पहुंची यात्रा में तीन सौ से ज्यादा किसान मौजूद थे। किसानों के साथ इस प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा हुई। वकील आनंद याज्ञिक ने बुलेट ट्रेन को जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका द्वारा किए गए परमाणु विस्फोट के समान बताया। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन विकास की गाथा नहीं है, यह 192 गांवों के किसानों को तहस नहस करने वाली है। गुजरात सरकार ने केन्द्र सरकार के द्वारा लागू जमीन अधिग्रहण में बदलाव कर किसानों के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार केन्द्र सरकार के जमीन अधिग्रहण कानून के तहत मुआवजा देगी तब गुजरात सरकार ऐसा क्यों नहीं कर सकती। दो राज्यों के लिए अलग-अलग कानून नही चलेगा। उन्होंने कहा कि 192 गांवों के प्रभावित किसानों से बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट के विरोध में एफिडेविट करवाकर जापान सरकार को भेजा जाएगा।
ट्रेन के आगे कूद कर दी जान रेलवे स्टेशन के उत्तर दिशा में स्थित तवड़ी रेलवे ब्रिज के पास रविवार शाम 35 वर्षीय व्यक्ति ने फिरोजपुर जनता एक्सप्रेस ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। नवसारी रेलवे स्टेशन अधीक्षक को ट्रेन चालक ने इसकी सूचना दी। इसके बाद रेलवे पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज करवाई गई। युवक की पहचान नहीं हो पाई है। मृतक का शरीर मध्यम, रंग गेहुंआ, लंबाई करीब पांच फीट सात इंच है। उसके एक हाथ पर बी लिखा है। उसने नीले रंग का चेक्स शर्ट पहनी है। शव सिविल अस्पताल में रखा गया है।
गणदेवी तहसील में पांच इंच बरसात
जिले के गणदेवी तहसील में सोमवार शाम चार बजे तक बीते 24 घंटे में 127 मिमी (पांच इंच) बरसात हुई। भारी बरसात के कारण कई जगह पर ड्रेनेज का पानी सड़क पर आ गया। इससे लोगों को परेशानी उठानी पडी। बिलीमोरा नगर पलिका के पास जलाराम मंदिर हाल के किचन में पानी भरने से खाना बनाने में दिक्कत उठानी पड़ी। रसोइयों को सामान बचाने की जद्दोजहद करनी पड़ी।
गणदेवी तहसील में पांच इंच बरसात
जिले के गणदेवी तहसील में सोमवार शाम चार बजे तक बीते 24 घंटे में 127 मिमी (पांच इंच) बरसात हुई। भारी बरसात के कारण कई जगह पर ड्रेनेज का पानी सड़क पर आ गया। इससे लोगों को परेशानी उठानी पडी। बिलीमोरा नगर पलिका के पास जलाराम मंदिर हाल के किचन में पानी भरने से खाना बनाने में दिक्कत उठानी पड़ी। रसोइयों को सामान बचाने की जद्दोजहद करनी पड़ी।