उधर, संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली के गांवों में बढ़ते कोविड केसों को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी हुई है, जिसके मुताबिक गांवों में कोविड आइसोलेशन सेंटर, कोविड केयर सेंटर और उपचार केन्द्र खोले जाएंगे। खानवेल में यह सुविधा पहले से उपलब्ध है। ग्रामीण इलाकों में हेल्थ केयर वर्कर्स की कमी और टेस्टिंग की जरूरत को पूरा करने के लिए आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता को ट्रेनिंग दी जाएगी। जिले में कोरोना के अधिकांश मरीजों में हल्का संक्रमण होता है तथा वे घर पर ही ठीक हो रहे हैं। इसके लिए लोगों का ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर देने की योजना है।
वैक्सीन का असर
कोरोना वैक्सीन के भी सुखद परिणाम सामने आने लगे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार वैक्सीन की एक डोज के बाद भी कोविड संक्रमण की वजह से मृत्यु की आशंका काफी हद तक घट जाती है और दोनों डोज लगवाने पर तो बहुत कम मामलों में ही मरीज को अस्पताल जाना पड़ता है। एक भी डोज लगने के बाद यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हुआ है तो उसे आईसीयू या वेंटिलेटर की बहुत कम मामलों में आवश्ययकता पड़ी।
कोरोना वैक्सीन के भी सुखद परिणाम सामने आने लगे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार वैक्सीन की एक डोज के बाद भी कोविड संक्रमण की वजह से मृत्यु की आशंका काफी हद तक घट जाती है और दोनों डोज लगवाने पर तो बहुत कम मामलों में ही मरीज को अस्पताल जाना पड़ता है। एक भी डोज लगने के बाद यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हुआ है तो उसे आईसीयू या वेंटिलेटर की बहुत कम मामलों में आवश्ययकता पड़ी।