टीकाकरण केंद्रों पर अनियमितता दूसरे चरण में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान शहर के अलग-अलग वैक्सीन साइट पर अनियमितता देखने को मिली। न्यू सिविल अस्पताल में ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन तथा वैक्सीन लेने वाले लोगों को काफी इंतजार करना पड़ा। सर्वर डाउन होने से डॉक्यूमेंट अपलोड होने में काफी दिक्कतें आई। शाम चार बजे के बाद सर्वर पूरी तरह से ठप्प हो गया। कर्मचारियों ने इंतजार किया लेकिन फिर भी सर्वर चालू नहीं हुआ तो कतार में बैठे कर्मचारी समेत अन्य लोगों ने हो- हल्ला शुरू कर दिया। इसके बाद डाटा ऑपरेटर ने मोबाइल से कुछ लोगों के डॉक्यूमेंट कोविन पोर्टल पर अपलोड कर वैक्सीनेशन शुरू किया।
सांसद ने वैक्सीन लेकर सुरक्षित टीके का दिया संदेश स्मीमेर अस्पताल में सांसद दर्शना जरदोश और मनपा के असिस्टेंट कमिश्नर जयेश गांधी ने पहले कोरोना वैक्सीन ली और शहरवासियों को वैक्सीन पूर्ण सुरक्षित होने का संदेश दिया।
ढाई लाख लोगों का होगा टीकाकरण मनपा आयुक्त बंछानिधी पाणि ने बताया कि दूसरे चरण में सूरत के 2.53 लाख लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। मनपा ने पहले ही शहर के सभी क्षेत्रों में सर्वे करवाया था।
नहीं के बराबर हुए ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन लोगों को तीन तरीके से रजिस्ट्रेशन करवाकर वैक्सीन लेने की सुविधा दी गई है। इसमें कोविन पोर्टल, आरोग्य सेतू एप तथा ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन शामिल हैं। लेकिन पहले दिन ऑन सर्वर ठप्प होने के कारण नियमित वैक्सीन प्रक्रिया में भी दिक्कत आई। न्यू सिविल अस्पताल में अलग से ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन के लिए कोई काउंटर नहीं शुरू किया गया था।
भीड़ बढ़ी तो बंद की खिड़की, नोंकझोंक हुई वैक्सीन लेने का सोमवार को पहला दिन था। इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मचारी, फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन दी जा रही थी। लेकिन सुबह दस बजे के बाद अचानक वैक्सीन साइट पर लाभार्थियों की भीड़ बढ़ गई। न्यू सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में दूसरी मंजिल पर भीड़ ज्यादा हो गई। इसके चलते लोहे की ग्रिल बंद करनी पड़ी। इस दौरान कुछ डॉक्टर, पुलिस समेत अन्य स्टाफ ने ग्रिल खुलवाने के लिए सिक्यूरिटी गार्ड से नोंकझोंक की। यह लोग अपने साथ वरिष्ठ नागरिक को लेकर आए थे और पहचान पत्र बताकर पहले वैक्सीन लगवाना चाहते थे।
मैसेज आया, लेकिन नहीं मिली वैक्सीन शहर में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के लिए शहर में 48 सरकारी, अद्र्धसरकारी और 24 निजी अस्पतालों में वैक्सीन साइट बनाई गई थी। इसमें स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंट लाइन वर्कर्स, वरिष्ठ नागरिकों और कोमोरबिड मरीजों को मैसेज भेजे गए थे। लेकिन कर्मचारी सेंटर पर पहुंचे तो लम्बी लाइन से गुजरना पडऩा। जब नम्बर आया तब उन्हें बिना वैक्सीन के ही लौटना पड़ा। डाटा ऑपरेटर ने कर्मचारियों को बताया कि आपकी डिटेल सर्वर पर नहीं मिल रही है, अगली बार फिर से मैसेज आएगा तब वैक्सीन मिलेगी।
शहर में वरिष्ठ नागरिकों-कोमोरबिड का टीकाकरण
जोन /60 वर्ष से अधिक /45 से 60 वर्ष सेंट्रल -225 -23 वराछा-ए -204 -28 वराछा-बी -45 -02 रांदेर -411 -25 कतारगाम -63 -26
लिम्बायत -135 -10 उधना -59 -06 अठवा -235 -30 कुल -1377 -150