बालाजी मंदिर में कृष्ण कन्हैया का झूला सजाया गया है। यहां कन्हैया के जन्मोत्सव पर शनिवार रात को मिश्री एवं पंजेरी का प्रसाद वितरित होगा। जन्मोत्सव से पूर्व भगवान विष्णु की स्तुति व आरती की जाएगी। आमली मंदिर में भगवान का झूला सजाया गया है, जहां झूले में सजे बाल कृष्ण के दर्शनार्थ श्रद्धालु आ रहे हैं। शनिवार रात को जन्मोत्सव के बाद बाल गोपाल का अभिषेक रखा है। रांधा मंदिर में शनिवार रात बाल कृष्ण का जन्म होगा। मंदिर में भगवान की सुन्दर झांकी सजाई गई है। महानुभाव संप्रदाय के चक्रधर मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी। रांधा बोंटा, खुटली, रखोली चक्रधर मंदिर में जन्माष्टमी पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी हुई है। रांधा में जन्म उत्सव के बाद दंडवत् प्रणाम का कार्यक्रम रखा गया है। जन्मोत्सव के बाद बाल कृष्ण को पालने में झुलाया जाएगा। जन्माष्टमी से पहले मंदिरों में भजन-कीर्तन, महाप्रसाद, पूजा-अर्चना चालू हो गए हैं। गायत्री मंदिर में भजन संध्या रखी है।