जीआईडीसी क्षेत्र स्थित शिवम एग्रोवेट कार्पोरेशन में यूपी और बिहार के करीब 40 मजदूर काम करते हैं और वहीं रहते हैं। इन मजदूरों में से सुनील कुमार लालजी प्रसाद, मुन्ना राधा मंडल, रामआसरे मंडल, रामलाला दुखी मंडल कंपनी के बाहर नहर के पास शौच के लिए गए थे। वहां से लौटते समय नवसारी बारडोली रोड पर तेज रफ्तार बाइक अचानक स्लिप हो गई।
इस दौरान वहां से जा रहे अजीत सिंह जयकिशन सिंह ठाकुर निवासी गणेश सिसोद्रा और उसके साथी सुजीत सिंह ने मजदूरों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनके बीच रास्ते में चलने के कारण ही बाइक सवार गिरा है।
इस बात को लेकर हुई कहासुनी से नाराज अजीत और उसके भाई सुजीत ने मजदूरों को पीटना शुरू कर दिया। इससे डरकर सभी मजदूर कंपनी में भाग आए। आरोप है कि कुछ देर बाद उनके पीछे अजीत, उसका भाई अपने साथी महेश उर्फ मनोज दीपक चौरसिया, राजेश सिंह, संदीप जाधव, आशीष उपाध्याय समेत कई लोगों के साथ पहुंचे और फिर से मजदूरों को पीटने लगे। इस दौरान अजीत ने मुन्ना मंडल के सिर पर डंडा मार दिया, जिससे वह बेहोश होकर गिर गया। इस दौरान हमलावरों ने कंपनी में भी तोडफ़ोड़ की।
उनके जाने के बाद कंपनी मालिक और सुपरवाइजर को घटना के बारे सूचना देकर मुन्ना मंडल को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। जहां से उसकी मरहम पट्टी के बाद वापस कंपनी में लाया गया। शुक्रवार को मुन्ना की तबियत बिगड़ गई तो उसे नवसारी सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस मारपीट में सुनील, राम आसरे, राजेश समेत अन्य मजदूर भी घायल हुए हैं। सुनील प्रसाद की शिकायत पर ग्रामीण पुलिस ने अजीतसिंह ठाकुर और उसके भाई समेत छह लोगों के खिलाफ हत्या, मारपीट, कंपनी में तोडफोड़ समेत धाराओं में मामला दर्ज किया है। आगे की जांच पीएसआई एमएच शेख को सौंपी गई है।