scriptआफत टलने के बाद जनजीवन पटरी पर | Life on the track after calumny | Patrika News

आफत टलने के बाद जनजीवन पटरी पर

locationसूरतPublished: Dec 07, 2017 10:08:02 pm

ओखी चक्रवात का खतरा मंगलवार देर रात टल जाने के बाद सूरत समेत दक्षिण गुजरात में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। हालांकि पिछले दो दिन की तरह सूरत मे

Life on the track after calumny

Life on the track after calumny

सूरत।ओखी चक्रवात का खतरा मंगलवार देर रात टल जाने के बाद सूरत समेत दक्षिण गुजरात में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। हालांकि पिछले दो दिन की तरह सूरत में बुधवार को भी दिनभर बादल छाए रहे और लगातार तीसरे दिन सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए। ओखी चक्रवात से मौसम में हुए बदलाव से अभी तक किसी बड़े नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। कलक्टर महेन्द्र पटेल ने बताया कि खतरा पूरी तरह टल गया है। गुरुवार तक हालात सामान्य हो जाएंगे। ओखी चक्रवात के सूरत से टकराने की आशंका को लेकर हजीरा समेत विभिन्न गांवों में तैनात की गईं एनडीआरएफ की टीमों को बुधवार शाम हटा दिया गया। हालांकि आज रात टीमें शहर में ही रहेंगी। हालात सामान्य होने पर कल टीमें वड़ोदरा लौट जाएंगी।


कलक्टर के मुताबिक कंट्रोल रूम के जरिए जिले के सभी स्थानों से जानकारी जुटाई गई है। प्राथमिक जानकारी में चक्रवात के कारण कहीं से जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। बारिश भी बहुत अधिक नहीं हुई। इससे फसल को नुकसान की आशंका भी कम है। फिर भी इस बारे में कृषि विभाग से जानकारी मांगी गई है। मंगलवार रात ओखी के कमजोर पडऩे के बाद बुधवार शाम तटवर्ती गांवों में मछुआरों के लिए लगाए गए रेड सिग्नल हटा लिए गए। हालांकि समुद्र की लहरों में थोड़ा-बहुत करंट होने के कारण मछुआरों को समुद्र में जाने की अनुमति नहीं दी गई है। गुरुवार को हालात सामान्य होने पर मछुआरों को समुद्र में जाने की इजाजत दी जाएगी।

फसल बचाने के लिए बरतें सतर्कता

दक्षिण गुजरात में ओखी चक्रवात का खतरा तो टल गया है, लेकिन मौसम में बदलाव से फसल में संभावित नुकसान को सतर्कता बरतते हुए टाला जा सकता है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक मौसम में बदलाव से आम, केला और सब्जियों की फसल को नुकसान हो सकता है। यदि फसल में रोग के लक्षण नजर आ रहे हों तो सतर्कता बरतते हुए जरूरी दवाओं का छिडक़ाव किया जाए। किसान सहायता के लिए नवसारी कृषि विश्वविद्यालय की हेल्प लाइन और बागवानी निदेशक से संपर्क कर सकते हैं।

एक पेड़ गिरा, तीन जगह शॉर्ट सर्किट

सूरत. ओखी चक्रवात की आशंका के बीच सूरत में एक पेड़ गिरने और तीन अलग-अलग जगह शॉर्ट सर्किट के मामले सामने आए हैं। दमकल विभाग ओखी चक्रवात को लेकर पहले से सतर्क था। दमकल विभाग ने बताया कि बुधवार सुबह छह बजकर 22 मिनट पर चौक बाजार बडेखा चकला पुलिस चौकी के पीछे मीटर पेटी में शॉर्ट सर्किट की घटना हुई। दूसरी घटना सुबह ६.४८ बजे उधना क्षेत्र में सामने आई।

यहां धर्मयुग सोसायटी के पास एक पेड़ गिर गया। दमकल विभाग के जवानों ने पेड़ हटाकर रास्ता साफ किया। इसके बाद पांडेसरा के हरिओमनगर क्षेत्र में शॉर्ट सर्किट का मामला सामने आया। दोपहर २.१४ बजे भटार गांधी कुटीर अंबिका इंडस्ट्रीज में भी शॉर्ट सर्किट का मामला सामने आया। पेड़ गिरने और शॉर्ट सर्किट से कोई जन हानि नहीं हुई।

राहत केन्द्रों से लौटे लोग

सूरत. ओखी चक्रवात के समुद्र में समा जाने से शहर के लोगों ने राहत की सांस ली। मंगलवार देर रात जैसे ही खबर आई कि ओखी कमजोर पडऩे लगा है, शहर पर मंडरा रहे आशंकाओं के बादल छंटने लगे। सुबह शांत मौसम देखने के बाद शहर के विभिन्न क्षेत्रों से स्थालांतरित होकर राहत शिविरों में गए लोग बुधवार को घरों को लौट गए। ओखी चक्रवात की आहट के साथ ही प्रशासन राहत और बचाव की पूर्व तैयारी में जुट गया था।

मंगलवार को 50 अलग-अलग स्थलों से 3621 लोगों को स्थलांतरित कर शहर के विभिन्न जोन में बनाए गए 43 अस्थाई राहत शिविरों में रखा गया था। शिविरों में भोजन-पानी की भी व्यवस्था की गई। बुधवार देर रात जब ओखी केे कमजोर पडऩे के समाचार आने लगे तो प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। सभी जोन में खोले गए कंट्रोल रूम बंद कर दिए हैं।

बूंदाबांदी थमी, सर्दी बढ़ी

सूरत. ओखी चक्रवात के कारण सोमवार को शुरू हुई बूंदाबांदी तो बुधवार को थम गई, लेकिन सर्दी बढ़ गई है। बुधवार को अधिकतम तापमान औसत के काफी कम १८ डिग्री दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान १६ डिग्री रहा। मंगलवार को अधिकतम तापमान २० और न्यूनतम १९ डिग्री से कम था। लंबे समय बाद अधिकतम तापमान में इतनी कमी दर्ज हुई है। मंगलवार की तरह बुधवार को भी आसमान में दिनभर बादल छाए रहे। मौसम विभाग का अनुमान है कि गुरुवार को हालात सामान्य हो जाएंगे। दोपहर बाद सूरत में बादलों के छटने और धूप खिलने की उम्मीद जताई जा रही है।


स्कूल-कॉलेज आज खुलेंगे

ओखी चक्रवात को लेकर बुधवार को शहर और जिले में स्कूल-कॉलेज बंद रखने के लिए निर्देश दिए गए थे। खतरा टलने के बाद गुरुवार से सभी स्कूल-कॉलेज खुल जाएंगे। इस बारे में सभी शिक्षण संस्थानों को सूचना दे दी गई है।

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